23 November, 2024 (Saturday)

राजनीति में भद्दी टिप्पणियों को कैसे नजरअंदाज करते हैं?’ विदेश मंत्री का जवाब दिल जीत लेगा

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अक्सर अपने सधे हुए बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। फिलहाल वे दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं। मंगलवार को उन्होंने दक्षिण कोरिया में भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान एक महिला ने जयशंकर से एक सवाल किया, जिस पर विदेश मंत्री का जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

‘भद्दी टिप्पणियों को कैसे करते हैं डील’
कार्यक्रम के दौरान एक भारतीय मूल की महिला ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से सवाल किया कि ‘आप अब राजनीति में हैं और फिलहाल भारत में चुनाव का माहौल है। सभी राजनीतिक पार्टियां अक्सर विरोधियों पर भद्दी टिप्पणियां करते हैं, लेकिन आपने कभी देश के भीतर या देश के बाहर किसी इंटरव्यू में विरोधियों के खिलाफ बुरे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। ऐसे में आपने खुद को कैसे बचाकर रखा हुआ है?’

इस सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि ‘आप राजनीति में हैं और चार-पांच साल के बाद भी कैसे तमीज से बात कर रहे हैं, यही आपका सवाल है न।’ विदेश मंत्री के इतना कहते ही कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग हंसने लगे। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि ‘आप दूसरों के साथ जैसा व्यवहार करते हैं, लोग भी आपसे वैसा ही व्यवहार करते हैं। जब मैं कूटनीति के फील्ड में था तो जो लोग आज राजनीति में हैं, उनमें से कई मेरे दोस्त रहे या कई विदेश यात्रा के दौरान मेरे मेहमान रहे। अब आप राजनीति में आ गए तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो रिश्ते टूट गए। लोगों के साथ अच्छे से व्यवहार करना अच्छी बात है। राजनीति मेरे लिए नई है और मेरी उम्र में लोगों को नई चीजें करने का कम ही मौका मिलता है, लेकिन मैं बहुत आभारी हूं कि मुझे ये मौका मिला।’

भारतीय डायस्पोरा की तारीफ की
विदेश मंत्री तीन दिनों के एशिया के दौरे पर हैं। इसी क्रम में विदेश मंत्री भारत और दक्षिण कोरिया के बीच 10वीं संयुक्त आयोग की बैठक में शामिल होने दक्षिण कोरिया पहुंचे। भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने देश की प्रगति में विदेश में रहने वाले भारतीय समुदाय के योगदान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश से बाहर रहना आसान नहीं होता और जो विदेश में रहते हैं, उनके दिनल और दिमाक का एक बड़ा हिस्सा हमेशा भारत में रहता है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *