25 November, 2024 (Monday)

क्या शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए मंदिर के लोटे का इस्तेमाल कर सकते हैं? जानें जल चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना अधिक शुभ

अभी भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है। इस महीने को शिव भक्ति के लिए जाना जाता है। इस दौरान चारों तरफ भोले बाबा के नाम की गूंज सुनाई देती है। हिंदू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि भगवान शिव एक लोटा जल चढ़ाने मात्र से भी खुश हो जाते हैं। मगर शिव जी को जल चढ़ाते समय कुछ बातों का ध्यान में रखना बेहद जरूरी होता है। क्योंकि सही विधि-विधान से जल चढ़ाने से भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की मनोकामना पूर्ति करते हैं। लेकिन अगर गलत तरीके से या गलत दिशा में जल चढ़ाया जाए तो शिव जी रुष्ट भी हो सकते हैं। वहीं कई बार लोग लोग इस बात को लेकर भी असमंजस में पड़ जाते हैं कि मंदिर के लोटे से शिवलिंग पर चल चढ़ा सकते हैं या नहीं। अगर आप भी उनमें से हैं तो आइए ज्योतिष चिराग बेजान दारुवाला से इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

क्या मंदिर के लोटे से शिवलिंग पर चल चढ़ा सकते हैं? 

ज्योतिष चिराग बेजान दारुवाला के अनुसार जल अभिषेक यानी शिवजी को जल से स्नान कराना चाहिए। शिवजी को रुद्र भी कहा जाता है, इसलिए जलाभिषेक को रुद्राभिषेक भी कहा जाता है। सोने, चांदी या तांबे के लोटे से शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए। शिवलिंग पर जल चढाने के लिए अगर आप मंदिर के लोटे का उपयोग करते हैं तो इसमें कोई आपत्ति नहीं हैं। भगवन महादेव अपने भक्तों के भक्ति को देखते हैं , उनकी निस्वार्थ भावनाओं और कर्मो से प्रसन्न होते हैं।

शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय इस खास मंत्र का करें जाप

कहा जाता है कि शिव जी शिवलिंग पर बस एक लोटा जल चढ़ाने से ही खुश हो जाते हैं और उन्हें मनचाहा वरदान देते हैं। लेकिन अगर जल देते समय इस 1 खास मंत्र का जाप किया जाए तो इसका फल कई गुणा ज्यादा मिलता है। शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए –   ‘ॐ नम: शिवाय’  इसके अलावा आप इन मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं – ‘श्रीभगवते साम्बशिवाय नमः । स्नानीयं जलं समर्पयामि।’  या ‘ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥’

शिवलिंग पर जल चढ़ाने की सही विधि क्या है? 

  1. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय ध्‍यान रखें की आपका मुख दक्षिण दिशा की ओर हो। ये दिशा सबसे शुभ माना गया है। इस दिशा में जल चढ़ाने से शिवजी प्रसन्‍न होकर आपकी हर मुराद पूरी करेंगे।
  2. भूलकर भी शिवलिंग पर जल पूर्व दिशा की ओर मुख करके न चढ़ाएं। इस दिशा में जल चढ़ाने से शिव जी नाराज हो सकते हैं।
  3. इसके अलावा शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय आपका मुख उत्‍तर और पश्चिम दिशा में भी नहीं होना चाहिए क्‍योंकि इन दिशाओं में मुख करके जल चढ़ाने से पूरा फल नहीं मिलता है।
  4. शिवलिंग पर जल्‍दी से जल ना चढ़ाएं बल्कि एक छोटी धारा बनाकर जल चढ़ाएं।
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