मध्य प्रदेश: सृष्टि को बचाने के लिए 55 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन, इन टीमों की ली गई मदद
मध्य प्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची को रेस्क्यू कर लिया गया है लेकिन दुख की बात यह है कि इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी। गौरतलब है कि मंगलवार के दिन मुंगावली गांव के एक खेत में स्थित 300 फीट गहरे बोरवेल में ढाई साल की मासूम बच्ची गिर गई थी। इसके बाद राहत बचाव कार्य शुरू किया गया। बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए गुजरात से तीन सदस्यीय रोबोटिक टीम बुलाई गई थी। रोबोटिक टीम ने हुक के माध्यम से बोरवेल में फंसी बच्ची को बाहर निकाला। मासूम का नाम सृष्टि है जिसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
नहीं बचाई जा सकी छोटी बच्ची
बता दें कि यह हादसा तब हुआ था जब जिला मुख्यालय के नजदीक गांव मुंगावली में मंगलवार की दोपहर एक बच्ची सृष्टि कुशवाहा खेल रही थी। इस दौरान वह 300 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया और बच्ची को सकुशल बाहर निकालने के प्रयास में जुट गई। बता दें कि बच्ची को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई थी। जब एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को सफलता नहीं मिली तब शिवराज सिंह चौहान ने सेना को फोन किया और बुधवार को सेना वहां पहुंची।
रोबोटिक टीम का लिया गया सहारा
बावजूद जब सृष्टि को बाहर नहीं निकाला जा सका तो गुजरात से तीन सदस्यीय रोबोटिक टीम को बुलाया गया जो लगातार बच्ची को निकालने का प्रयास करती रही। बता दें कि शुरुआत में बच्ची 27 फीट की गहराई में फंसी थी। लेकिन खुदाई कार्य के दौरान पोकलेन मशीन से हो रही कंपन के कारण बच्ची खिसकते हुए 110 फीट गहराई तक जा पहुंची। इसके बाद वह 150 नीटे गहराई में जा फंसी। जब तक बच्ची का रेस्क्यू किया जाता उसकी जान जा चुकी थी।