राहुल का निमंत्रण..नीतीश, ममता, माया को क्यों नहीं पसंद? विपक्ष की एकजुटता का लिटमस टेस्ट आज
श्रीनगर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का आज आखिरी दिन है और इस मौके पर वह आज श्रीनगर में शक्ति प्रदर्शन करने वाले हैं। श्रीनगर के शेर ए कश्मीर स्टेडियम में कांग्रेस ने आज बड़ी रैली की तैयारी की है। विपक्ष के 23 बड़े-छोटे नेताओं को न्योता दिया गया है इनमें से 10-11 दलों ने तो न्योता स्वीकार कर लिया है लेकिन विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने रैली में शामिल होने से मना कर दिया है। विपक्ष के इन चेहरों का राहुल के साथ मंच साझा करने से इनकार करने का मतलब ये निकाला जा रहा है कि इन्हें विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल का नेतृत्व कबूल नही है। अब ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि कांग्रेस जिस यात्रा के दम पर विपक्ष को एकजुट कर 2024 में मोदी से मुकाबला करने का सपना देख रही है वो विपक्षी एकजुटता होती दिख नहीं रही है।
कई बड़े दलों ने कांग्रेस की रैली से किया किनारा
कांग्रेस ने आज की रैली के लिए जिन 23 विपक्षी दलों को श्रीनगर की रैली के लिए न्योता भेजा था उनमें कई बड़े दल के नेताओं ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा और उसके समापन पर होने वाले जुटान से किनारा कर लिया है। TMC, समाजवादी पार्टी, जेडीयू और टीडीपी समेत 9 दल इस समारोह में शामिल नहीं होंगे। भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम में आने से समाजवादी पार्टी, तेलगू देशम पार्टी और तृणमूल कांग्रेस आने से पहले ही मना कर चुकी थीं।
कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन..विपक्ष की कितनी ‘शक्ति’?
हाल में, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी अपने किसी भी नेता के भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल होने से मना कर दिया। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि चुनावी कार्यक्रम में व्यस्तता की वजह से उनके पार्टी के नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस को ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और नीतीश कुमार जैसे बड़े नेताओं का साथ नहीं मिल रहा है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी के शामिल होने पर अभी तक असमंजस की स्थिति है।
ये दल होंगे शामिल
वहीं राहुल के बुलावे पर विपक्ष के जिन दलों के नेता श्रीगनर पहुंच रहे हैं उनमें DMK, NCP, RJD, जेडीयू, शिवसेना, सीपीआई (एम), सीपीआई (वीसीके), उद्धव ठाकरे की शिवसेना, केरल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, PDP और JMM शामिल है। करीब 5 महीने से जारी कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा इवेंट आज समापन की ओर है और 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी खुद को कितना तैयार कर पाई है ये इस बात पर निर्भर करेगा कि विपक्षी दलों को राहुल कितना जोड़ पाए हैं।