बसंत पंचमी पर बन रहा है शिववास योग, जानें क्यों देवी सरस्वती के अलावा इस दिन होती है महादेव की पूजा
बसंत पंचमी (Basant panchami 2023), पर आपने देखा होगा कि हर साल कई विवाह होते हैं। माना जाता है कि इस दिन पूरे दिन शादी हो सकती है। लेकिन, क्यों। तो, बता दें कि बसंत पंचमी का दिन सिर्फ देवी सरस्वती का ही नहीं बल्कि, महादेव का भी दिन है। दरअसल, मान्यता है कि इस दिन महादेव अपने योग मुद्रा से बाहर आ कर पार्वती जी से सगाई की थी। इसके अलावा भी बहुत कुछ है इस दिन खास जानते हैं।
इस दिन हुआ था महादेव का तिलक
शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन महादेव की तिलक की रस्म निभाई गई थी। माना जाता है कि माता पार्वती से शादी करने से पहले इस दिन उनकी सगाई हुई थी। कहावत है कि माघ मास की पंचमी तिथि के दिन ही देवताओं द्वारा महादेव का तिलक किया गया था।
इसके बाद महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस तरह जो भी व्यक्ति एक सुखद वैवाहिक जीवन जीना चाहता है वो इस दिन महादेव की पूजा करता है।
इस बसंत पंचमी के दिन बन रहा है शिववास योग
इस बार का बसंत पंचमी इसलिए भी खास है क्योंकि शिववास योग बन रहा है। यानी कि इस दिन भगवान शिव का वास कैलाश यानी अपने निवास पर होगा। इस दिन सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक कैलाश पर निवास करेंगे। उसके बाद नंदी पर रहेंगे।
शिववास के समय में रुद्राभिषेक करना कभी न खत्म होने वाला फल देता है। तो, इन दो कारणों से इस साल बसंत पंचमी पर भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।