‘अगर कांग्रेस केंद्र में आई, तो पार्टी OBC के लाभ के लिए संविधान में संशोधन करेगी’- कमलनाथ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अगर उनकी पार्टी केंद्र में आएगी तो अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लाभ के लिए संविधान में संशोधन करेगी। कमलनाथ के बयान को प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ओबीसी समुदाय के बीच अपनी पार्टी की स्थिति मजबूत करने के संदर्भ में देखा जा रहा है। प्रदेश में 2023 के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर राज्य में OBC समुदाय को धोखा देने का भी आरोप लगाया।
‘बीजेपी ने पिछड़ा वर्ग के साथ छल किया’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने सतना में OBC वर्ग के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “मैं वचन देता हूं कि जब भी हमारी सरकार केंद्र में आएगी, तब हम संविधान संशोधन करके हमारे पिछड़ा वर्ग की सही जनगणना करवाएंगे और पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का लाभ सुनिश्चित करवाएंगे।” राज्य के पूर्व सीएम ने कहा, “जब मध्य प्रदेश में (18 दिसंबर 2018 से 23 मार्च 2020 तक) हमारी सरकार थी तब मैंने ऐसा कौन सा पाप किया था कि मैंने पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। लेकिन, बीजेपी की नीयत खराब थी। भाजपा ने पिछड़ा वर्ग के साथ छल किया और मामले को अदालत में घसीट दिया।”
‘बीजेपी ने 3 साल में राज्य को क्या दिया?’
अपने सीएम काल की तरफ इशारा करते हुए कमलनाथ कहा, “तब 15 साल बाद राज्यय में कांग्रेस की सरकार बनी थी। जब मैं मुख्यमंत्री था तो हमने अपनी साफ नीयत और नीति का परिचय दिया था।” उन्होंने कहा, “वर्ष 2003 से लेकर अब तक बीजेपी ने 18 साल शासन किया है। 18 साल में और खासतौर से पिछले 3 साल में आपने (भाजपा) मध्यप्रदेश को दिया क्या? मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 20,000 घोषणाएं कीं। स्मार्ट सिटी के नाम पर करोड़ों का घोटाला किया। यह स्मार्ट सिटी की नहीं, यह स्मार्ट घोटालों की बात है।”
‘शिवराजस सिंह चौहान झूठ बोलने की मशीन हैं’
कमलनाथ ने आरोप लगाया, “शिवराज सिंह चौहान तो स्वयं कहते हैं कि मैं (चौहान) तो घोषणा मशीन हूं। शिवराज सिंह चौहान घोषणा मशीन तो हैं ही, साथ में झूठ बोलने की भी मशीन हैं। वे अगर दिन भर में झूठ ना बोलें और कमलनाथ की आलोचना ना करें तो उनका खाना हजम नहीं होता।” पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की तो उन्होंने कहा था कि इस यात्रा का कोई राजनीतिक लक्ष्य नहीं है। यह यात्रा तो देश को जोड़ने और देश की संस्कृति को बचाने की यात्रा है। कमलनाथ ने कहा, “हमने आजादी तो प्राप्त कर ली परंतु जब तक हमारे देश में सही जनगणना नहीं होगी, हमारे पिछड़े वर्ग की सही पहचान नहीं होगी।”