ITBP के महानिदेशक बोले- भारत-चीन के बीच सीमा गतिरोध के जल्द शांतिपूर्ण समाधान की संभावना
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के महानिदेशक एसएस देशवाल ने गुरुवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच गतिरोध का बहुत जल्द शांतिपूर्ण समाधान निकलने की संभावना है। साथ ही उन्होंने बताया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगते इलाकों में तेजी से बुनियादी ढांचा विकसित किया जा रहा है।
एक साक्षात्कार में देशवाल ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे मोर्चे पर डटे जवानों को जाड़ों के विशेष कपड़े और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा, ‘भारत-तिब्बत सीमा दुनिया में सबसे ऊंची अंतरराष्ट्रीय सीमा है। हर स्थान 10-11 हजार फीट ऊंचा है। हमारे सभी जवान इस ऊंचाई पर तैनात हैं। वहां आक्सीजन काफी कम है, जाड़ों में तापमान शून्य से 40 डिग्री नीचे पहुंच जाता है।’
सीमा पर बुनियादी ढांचे के विकास पर देशवाल ने कहा कि नई सीमा चौकियां स्थापित करने और उन्हें हर मौसम के अनुकूल सड़कों से जोड़ने का काम तेजी से प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि आइटीबीपी की करीब 75 फीसद सीमा चौकियां अभी सड़कों से जुड़ी हुई हैं।
सेना प्रमुख आज चीन से लगी सीमा का करेंगे हवाई निरीक्षण
चीन सीमा पर तनाव के बाद पहली बार गुरवार को सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवाने पिथौराग़़ढ पहुंचे। शुक्रवार को वह चीन से लगी सीमा का हवाई निरीक्षण कर सकते हैं। नरवाने ने बुधवार को चमोली में चीन सीमा से लगी सीमांत चौकियों रिमखिम और नीति पास का हवाई निरीक्षण किया था।