भारत में पहली तिमाही में सोने की मांग 43 फीसदी बढ़ी: डब्यलूजीसी
नई दिल्ली : डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते मूल्य के बावजूद, भारत में पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में सोने की मांग साल-दर-साल आधार पर 43 प्रतिशत अधिक थी। हालांकि, 2022 में सोने की वैश्विक मांग में सालाना आधार पर 8 फीसदी की गिरावट आने की उम्मीद है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में अप्रैल से जून के दौरान भारत में सोने की मांग 170.7 टन थी, जो कि 2021 की इसी अवधि के 119.6 से 43 फीसदी ज्यादा है. हालांकि, इसकी वैश्विक मांग साल-दर-साल 8 फीसदी घटकर 2022 में 948.4 टन रह गई, जो 2021 की जून तिमाही में 1,031.8 टन थी। रिपोर्ट के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के बावजूद जून तिमाही में सोने की मांग साल-दर-साल आधार पर ज्यादा रही।
डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सोने की मांग जून तिमाही में 54 फीसदी बढ़कर 79,270 करोड़ रुपये हो गई, जो जून 2021 की समान तिमाही में 51,540 करोड़ रुपये थी। डब्ल्यूजीसी के अनुसार, 2022 के लिए सोने की मांग का परिदृश्य 800-850 टन पर लक्षित है, जबकि 2021 में सोने की कुल मांग 797 टन थी।
डब्ल्यूजीसी के जोनल मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सोम सुंदरम पीआर ने कहा कि अक्षय तृतीया और शादी के मौसम के दौरान आभूषणों की मांग 49 प्रतिशत बढ़कर 140.3 टन हो गई। डब्ल्यूजीसी के सीईओ के मुताबिक 2022 की जून तिमाही में सोने का आयात भी 34 फीसदी बढ़कर 170 टन हो गया, जो कि 2021 की इसी अवधि में 131.6 टन था.