01 November, 2024 (Friday)

सोनिया जवाब दें, मोदी के खिलाफ षडय़ंत्र क्यों रचा : भाजपा

नयी दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर आज आरोप लगाया कि गुजरात दंगों को लेकर उन्होंने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपमानित एवं बदनाम करने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ का इस्तेमाल किया और इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च किये। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, भारतीय जनता पार्टी मांग करती है कि सोनिया गांधी देश को बताएं कि श्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ षडयंत्र क्यों रचा गया? श्री पात्रा ने गुजरात दंगों को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित विशेष कार्रवाई दल (एसआईटी) के एक हलफनामे का उल्लेख करते हुए कहा कि गुजरात दंगे 2002 में जिस प्रकार श्री मोदी को अपमानित करने की चेष्टा कांग्रेस ने षड्यन्त्र के तहत की थी, धीरे-धीरे, परत दर परत सब कुछ अब खुलकर सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इस पर कहा था कि कुछ लोग षड्यन्त्र के तहत इस विषय को जीवित रखने का प्रयत्न कर रहे थे तथा गलत तथ्य प्रस्तुत कर रहे थे और अब इन लोगों पर भी कानून का शिकंजा कसे। इस संदर्भ में गठित एसआईटी ने अदालत में एक हलफनामा पेश किया है जिसमें पूरी साजिश की कलई खुल गयी है।

उन्होंने कहा कि एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट अदालत के सामने रखी है, जो स्पष्ट करती है कि तीस्ता सीतलवाड़ और कुछ लोग किसी मानवता के लिए नहीं, बल्कि एक राजनीतिक मंसूबे के साथ काम कर रहे थे। उनके दो राजनीतिक मंसूबे थे। पहला- जनता द्वारा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की निर्वाचित सरकार को अस्थिर एवं बर्खास्त करना। दूसरा मंसूबा – तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोदी को गुजरात दंगे से जोड़कर ऐन-केन- प्रकारणेन बदनाम, अपमानित एवं परेशान करना। उन्होंने कहा कि एसआईटी के शपथ पत्र में यह भी खुलासा हुआ है कि इस षडयंत्र के पीछे सोनिया गांधी के मुख्य राजनीतिक सलाहकार और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिवंगत अहमद पटेल थे। सच्चाई यह है कि अहमद पटेल तो सिर्फ एक मोहरा थे, जिन्होंने इस काम को अंजाम दिया।

वास्तव में, सोनिया गांधी ने अपने मुख्य राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के माध्यम से गुजरात की छवि को धूमिल करने और तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोदी को घेरने और अपमानित करने की चेष्टा की। तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोदी की सरकार को बर्खास्त करने की भी कुचेष्टा की गयी। इस पूरे षडयंत्र की रचयिता सोनिया गांधी थी। उन्होंने कहा कि मीडिया में सामने आए इस हलफनामे के अनुसार इस काम के लिए पैसे दिए गए, पहले कि़स्त के रूप में 30 लाख रुपये सोनिया गांधी जी ने तीस्ता सीतलवाड़ को दिए। उन्होंने कहा कि अहमद पटेल हमारे बीच नहीं है, लेकिन उन्होंने तो केवल वो डिलीवरी की थी।

ये 30 लाख उस जमाने में मात्र पहली किस्त के रूप में दिए गए थे। उन्होंने कहा किइसके बाद न जाने कितने करोडों रुपये सोनिया गांधी जी ने श्री मोदी को अपमानित और बदनाम करने के लिए और केवल श्री राहुल गांधी को बढ़ाने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ का इस्तेमाल श्रीमती सोनिया गांधी ने किया।

श्री पात्रा ने कहा कि शपथ पत्र में कहा गया है यह राशि कोई गुजरात दंगे के पीडि़तों को राहत पहुंचाने के लिए खर्च करना था, किन्तु गुजरात रिलीफ कमिटी के नाम पर अनुदान में प्राप्त पैसा का इस्तेमाल व्यक्तिगत खर्च के लिए किया गया। श्रीमती सोनिया गांधी ने तीस्ता सीतलवाड के षडयंत्रकारी कामों से अति प्रसन्न होकर उन्हें सिर्फ पैसा ही नहीं दिए बल्कि पद्मश्री जैसे सम्मान भी दिया। उन्होंने कहा कि तीस्ता सीतलवाड श्रीमती सोनिया गांधी की करीबी और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक समर्पित सदस्य थीं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तीस्ता सीतलवाड़ कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा की सीट चाहती थी। उन्होंने कहा कि ‘सौभाग्यवशÓ 2014 में भाजपा की सरकार बन गयी जिससे उनके मंसूबे पर पानी फिर गया. अन्यथा ऐसी भी संभावना थी कि तीस्ता सीतलवाड़ आज देश की गृहमंत्री या किसी बड़े पद पर होतीं।

उन्होंने कहा, “हलफनामे में कहा गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ राज्यसभा में जाना चाहती थीं। एसआईटी ने सच सामने ला दिया है। अहमद पटेल ने तो सिर्फ पैसे दिये हैं, असल में पैसा तो सोनिया गांधी के घर से दिया गया था।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से श्री मोदी की छवि खराब करने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ को दिये गये थे। तीस्ता सीतलवाड़ कांग्रेस की बड़ी साजिश का हिस्सा रहीं हैं।

उन्होंने कहा कि सच्चाई यही है कि इस पूरे षडयंत्र की “ड्राइविंग फोर्स” सोनिया गांधी थीं। कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा और ड्राइविंग फोर्स सोनिया गांधी द्वारा श्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम व अपमानित करने, गुजरात दंगे को लेकर राजनीति करने, छलकपट से भाजपा को बदनाम करने और तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोदी को बर्खास्त करने की पूरी कुचेष्टा की गई। इसलिए भाजपा श्रीमती सोनिया गांधी से इसका जवाब चाहती है।

श्री पात्रा ने कहा कि भाजपा कभी भी बदले की भावना के साथ नहीं, बल्कि धैर्य के साथ काम करती है। एक बहुत पुरानी कहावत आज एकबार फिर चरितार्थ हो रही है कि ‘भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं।

 

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