गरीब किसानों और महिलाओं की सहायता करें : राज्यपाल
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या के नैक मूल्यांकन के प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा नैक की तैयारियों हेतु सभी सातों क्राइटेरिया पर कमेटी के सदस्यों से बिन्दुवार तैयारी की जानकारी ली।
राज्यपाल ने गरीब किसानों और महिलाओं को विश्वविद्यालय की ओर से सहायता कार्यों में जोड़ने को कहा। उन्होंने कहा ऐसे मेहनती और इच्छुक लाभार्थियों को विश्वविद्यालय ‘मुद्रा योजना’ से लोन दिलाने में सहायता कर सकता है।
आनंदीबेन पटेल ने विद्यार्थियों के लिए पुस्तकों की उपलब्धता पर चर्चा करते हुए पुस्तकालय को 24 घंटे खोलने की सुविधा उपलब्ध कराने पर विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग से स्टाफ न रखकर कुछ जिम्मेदार विद्यार्थियों को उत्तरदायित्व दिया जा सकता है। राज्यपाल जी ने शिक्षण में मातृ-भाषा की प्राथमिकता पर जोर दिया और कहा कि हिन्दी भाषी विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से केन्द्र सरकार से हिन्दी में विषय पुस्तकें खरीदी जा सकती हैं।
राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण में कुछ बिंदुओं पर आवश्यक सुधार के सुझाव देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के पास साधन और क्षमताओं की बेहतर उपलब्धता है, इसलिए सिर्फ अपना नैक मूल्यांकन कराने तक सीमित न रहें अपितु इतना सक्षम बनें कि अन्य विश्वविद्यालयों को नैक मूल्यांकन करने की अर्हता प्राप्त कर लें।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र देव विश्वविद्यालय को देश की कृषि समस्याओं के समाधानों से जुड़ना चाहिए और अपनी क्षमताओं को देश हित में प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कमेटी के सदस्यों को देश के कम उपजाऊ क्षेत्रों और पराली समस्या की ओर भी ध्यान देने को कहा और इस दिशा में बेहतर निदान प्रस्तुत करने पर चर्चा की।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा, आचार्य नरेन्द्रदेव कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बृजेन्द्र सिंह तथा नैक मूल्यांकन के लिए गठित कमेटी के सभी सदस्य एवं अधिकारी उपस्थित थे।