राज्यपाल से वन एवं वन्यजीव संरक्षण के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह
पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स (पीएफए) के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर वन, वन्यजीव एवं झील जलाशय संरक्षण के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया हैं।
श्री जाजू ने आज यहां राजभवन में श्री मिश्र से मुलाकात कर यह अनुरोध किया। इस अवसर पर पीएफए जयपुर जिला संयोजक सूरज सोनी भी मौजूद थे। राज्यपाल को इस संबंध में दस बिन्दूओं का ज्ञापन सौंपा गया जिसमें मुख्य रूप से तालछापर अभयारण्य के ईको सेंसेंटिव जोन को कम नहीं करने के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर रूकवाने, राज्य पक्षी गोडावण की संख्या बढ़ाने के लिए इनका प्रजनन केन्द्र विकसित करने, सरिस्का व रणथंभौर राष्ट्रीय पार्कों के आसपास मानवीय गतिविधियां बंद करने, वन विभाग की बिना अनुमति के खनन विभाग द्वारा ईनिविदा जारी कर खनन के पट्टे दिये जाने की कार्यवाही को रूकवाने, प्रदेश में वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटवाकर पौधारोपण करवाने, प्रदेश में चार लाख 85 हजार हेक्टेयर घोषित वन भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में वन विभाग के नाम अमलदरामद कराने, प्रदेश में पॉलिथिन के क्रय, विक्रय व उपयोग पर रोक की सख्ती से पालना करवाने, चम्बल बनास कोठारी व बाड़ी सहित अनेक नदियों, औद्योगिक व आवासीय गंदा पानी जाने से रोकने के लिए प्रदूषण नियंत्रण मण्डल को निर्देशित करने, परिवहन विभाग द्वारा ग्रीन टेक्स के नाम से वसूल की गई राशि को ग्रीनरी बढ़ाने हेतु खर्च करने एवं वन भूमि पर सुरक्षा वाल बनाकर वनों को सुरक्षित करने और प्राकृतिक जंगल विकसित करने की मांग करते हुए इनके संबंध में आवश्यक दस्तावेज भी सौंपे गये।
मुलाकात के बाद श्री जाजू ने बताया कि राज्यपाल ने वन बजट बढ़ाने का विश्वास दिलाते हुए इन समस्याओं के निदान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने का विश्वास दिलाया।