जांच टीम पर डीएम से मिले व्यापारी, बोले इस तरह जांच से होगा उत्पीड़न, दिया आश्वासन।
कानपुर।रिफाइंड तेल के अचानक बढ़े दामों के बाद डीएम की तरफ से बनाई गई जांच टीमों को लेकर व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल डीएम नेहा शर्मा से मिला। व्यापारियों ने डीएम को रिफाइंड तेल के दाम बढ़ने के पीछे सारे कारण बताए। उन्होंने कहा कि इस तरह की जांच से व्यापारियों का उत्पीड़न बढ़ेगा। इस मुलाकात में डीएम ने व्यापारियों को किसी प्रकार का उत्पीड़न न होने का आश्वासन दिया। व्यापारियों ने मुताबिक, डीएम ने भी कहा कि मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए कम मुनाफे में ही इसकी बिक्री की जाए। पिछले दिनों रिफाइंड तेल के अचानक बढ़े दामों के बाद डीएम ने सात टीमों का गठन कर दुकानों की जांच करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद शनिवार को इन टीमों ने 29 दुकानों की जांच भी की थी। इसी को लेकर व्यापारियों में असंतोष बढ़ रहा था। इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल डीएम नेहा शर्मा से मिला। रिफाइंड कारोबारियों के साथ भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि इस तरह की जांच से व्यापारियों का उत्पीड़न बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि व्यापारियों का दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों ने कहा कि रूस यूक्रेन युद्ध के कारण रिफाइंड में इस्तेमाल होने वाले पाम आयल के आयात में दिक्कतें आ रही हैं। यह पॉम आयल विदेशों से आता है. इसी वजह से पूरे देश मे रिफाइंड की कीमतें बढ रही हैं। व्यापारियों ने कहा कि रिफाइंड सहित किसी भी वस्तु की कीमतें पूरे देश की बाज़ारो व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों के आधार पर तय होती है। देश की खपत में 60 से 65 प्रतिशत से अधिक आयातित रिफाइंड व खाद्य तेल पर निर्भर है। व्यापारियों ने जांच कमेटी पर रोक लगाने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश में और कहीं भी जांच नहीं हो रही है। व्यापारियों ने बताया कि डीएम ने उन्हें किसी प्रकार का उत्पीड़न न होने देने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा व्यापारियों को भी कम मुनाफे और एमआरपी से अधिक पर बिक्री न करने को कहा गया है प्रतिनिधिमंडल में सरदार गुरुजिन्दर सिंह, अमूल्य गुप्ता, प्रेम गुप्ता, हुमायूं फर, सुरेंद्र नारोली, रितेश मनवानी, संजय डिडवानी, अरुण अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, संजय पारिख, पवन गुप्ता, संतोष माहेश्वरी आदि रहे।