सीएम योगी की हिदायत के बाद सख्त हुआ प्रशासन, छापेमारी के लिए बनेगी विशेष टीम Gorakhpur News
पटाखे के अवैध कारोबारियों की खैर नहीं है। प्रशासन उनके खिलाफ काफी सख्त रुख अपनाने जा रहा है। कोई भी अवैध रूप से पटाखा बनाते या स्टोर करता पाया जाएगा तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी जाएगी और उसे जेल भेजा जाएगा। प्रशासन की ओर से पहले से जांच की जा रही थी लेकिन कुशीनगर की घटना और सीएम द्वारा अधिकारियों को हिदायत देने के बाद इसे और सख्त किया जा रहा है। इस संबंध में गुरुवार से कड़ाई देखने को मिल सकती है। जिलाधिकारी की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट को कार्रवाई के लिए कहा गया है।
चार लोगों की हुई थी मौत, सीएम अधिकारियों को दी थी हिदायत
बता दें कि बुधवार की सुबह अवैध रूप से पटाखा बनाने वाली एक फैक्ट्री में विस्फोट हो गया था, जिसमें चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी और कई लोग घायल हो गए थे। उसी दिन शाम को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर की घटना को काफी गंभीरता से लेते हुए गोरखपुर के जिलाधिकारी व मंडलायुक्त को सख्त निर्देश दिए थे।
सख्ती के मूड में हैं अधिकारी
दीपावली से पहले सघन चेकिंग अभियान चलाकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है जो अवैध रूप से पटाखा बना रहे हैं या उसे स्टोर कर रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से पहले से ही प्रतिबंधित पटाखों के खिलाफ कार्यवाही के लिए पहल की गई है। सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय की ओर से नंबर भी जारी किया गया है, जिसपर कोई भी फोन कर इस तरह की गतिविधियों के बारे में जानकारी दे सकता है। प्रशासन किसी भी कीमत पर घनी आबादी वाले क्षेत्रों में पटाखा की दुकान लगाने या घर में पटाखा स्टोर करने की अनुमति नहीं देगा। पिछले साल भी सघन अभियान चलाकर जांच की गई थी और करीब सात से अधिक लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी गई थी। इस बार मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद और भी सख्ती बरते जाने की संभावना है।
एफआइआर दर्ज कराएगा प्रशासन
गोरखपुर के डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन ने कहा कि पटाखे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। कुशीनगर की घटना दुखद है। किसी भी सघन आबादी वाले क्षेत्र में पटाखा स्टोर करने या फिर बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। छापेमारी अभियान चलाकर ऐसे लोगों पर एफआइआर दर्ज करायी जाएगी। अस्थायी दुकानों के लिए लाइसेंस दिया जा रहा है और चिन्हित स्थानों पर ही दुकानें लगाई जा सकेंगी। मेरी अपील है कि लोग इस बार पटाखों का कम से कम प्रयोग करें और शुभचिंतकों को स्थानीय स्तर पर बनी चीजें उपहार में दें।