4.88 करोङ से अर्धनिर्मित बस स्टैंड का अचार संहिता के एक घण्टे पूर्व हुआ उद्धाटन
कुशीनगर। अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप बनने वाला कसया बस स्टेशन का अर्धनिर्मित ही आनन-फानन में उद्घाटन कर दिया गया। अचार संहिता लागू होने के एक घण्टे पूर्व सांसद व स्थानीय विधायक ने फीता काटकर उद्घाटन किया। मजे कि बात यह है कि एक वर्ष में पूर्ण निर्मित होकर विभाग को हस्तांतरित होने वाला कसया बस स्टेशन ढाई वर्ष में भी आधा अधूरा रह गया है।
कविलेगौर हो कि शनिवार को बस स्टेशन परिसर में सांसद विजय कुमार दुबे व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने पूजन अर्चन के बाद फीता काटकर अर्धनिर्मित बस स्टेशन का उद्घाटन कर दिया गया। इसके साथ ही 9 परियोजनाओं का लोकार्पण व 17 परियोजनाओं का शिलान्यास भी हुआ। इससे पूर्व एयरपोर्ट मार्ग का भी भूमि पूजन व बने मार्ग का लोकार्पण भी किया गया। श्री दुबे ने सरकार की योजनाओं को गिनाया तो विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और कुशीनगर के विकास का बखान भी किया। विधायक श्री मणि ने कहा कि विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे। बस स्टेशन का लोकार्पण होने के घण्टे भर बाद ही चुनाव आयोग ने अचार संहिता लागू कर दी। 4.88 करोङ की लागत से कच्छप गति से बनने वाले बस स्टेशन के अधूरे उद्घाटन को लेकर नगर सहित क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गयी है। लोगों की जुबान पर था कि चुनाव को देखते हुए सत्ता धारी दल ने बस स्टेशन का उद्घाटन आनन-फानन में कर दिया। जबकि बस स्टेशन का प्रवेश द्वार, शौचालय, सोलिंग सहित कई कार्य व निर्माण अभी अधूरे पड़े हैं। इसका निर्माण शुरू हुआ तो लोगों में उम्मीद जगी कि जल्द ही नए बस स्टेशन का सपना साकार होगा लेकिन विभागीय मिली भगत व ठेकेदार की लापरवाही के चलते निर्माण को चुनाव तक खींचा गया और चुनाव के ऐन वक्त उद्घाटन हो गया। इसके साथ ही दो दर्जन से ऊपर शिलान्यास और लोकार्पण भी किया गया। लोगो मे चर्चा है कि अपनी उपलब्धियों को गिनाने के लिए ही किया गया। नए बस स्टेशन निर्माण को लेकर कार्यदायी संस्था देर के लिए कोरोना काल को जिम्मेदार ठहरा रही है, तो कामगारों के हित को देखते हुए कोविड संकट में भी जरूरी निर्माण कार्य चलते रहे। आखिर निर्माण में विलंब और आनन-फानन उद्घाटन भविष्य में क्या गुल खिलायेगा यह तो समय के गर्त में है।