25 November, 2024 (Monday)

लौकी का जूस पीने से पहले जान लें ये बातें, वरना पहुंच सकते हैं अस्पताल

लेखक और फिल्मकार ताहिरा कश्यप ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर रील शेयर करते हिए खुलासा किया था कि कड़वा लौकी का जूस पीने के बाद उन्हें दो दिन आईसीयू में गुज़ारने पड़े थे। ताहिरा ने बताया कि उन्होंने लौकी, आंवला और हल्दी का जूस बनाकर पिया था, जो स्वाद में कड़वा लग रहा था, लेकिन फिर भी उन्होंने उसे ज़बरदस्ती पी लिया। जिसकी वजह से खूब उल्टियां हुई और अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

लौकी, जिसे भारत में घिया या दूधी के नाम से भी जाना जाता है, को पोषक तत्वों का एक पॉवरहाउस माना जाता है और मधुमेह, उच्च रक्तचाप और यकृत रोग जैसी बीमारियों को नियंत्रित करने में मददगार साबित होती है। इसमें कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है और वज़न घटाने में सहायता करता है।

हालांकि पिछले कुछ सालों में लौकी के जूस के सेवन से संदिग्ध विषाक्तता की ख़बरें सामने आई हैं, जिससे लगातार उल्टियां और ऊपरी जठरांत्र (Upper Gastrointestinal) से रक्तस्राव होता है। हालांकि, इस तरह की विषाक्तता बेहद कम देखी जाती है। तो ऐसे में कैसे जानें कि आपकी लौकी खाने के लिए ठीक है या नहीं?

लौकी में टेट्रासाइक्लिक ट्राइटरपेनॉयड जैसे यौगिक होते हैं जिन्हें कुकुर्बिटासिन कहा जाता है, जो प्रकृति में ज़हरीले होते हैं। इसलिए लौकी को पकाने या उसका जूस निकालने से पहले उसे ज़रूर चख लें। अगर कच्ची लौकी कड़वी है, तो उसे न खाएं। अगर आपने कड़वी लौकी खा ली है, और किसी तरह की असहजता महसूस करते हैं, तो फौरन मेडिकल मदद लें। इसे खाने से मतली, उल्टी, दस्त जैसी दिक्कतें शुरू हो सकती हैं। इसकी वजह से गंभीर अपर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग भी हो सकती है। अगर लौकी कड़वी नहीं है तो उसे खाने से कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।

लौकी से पहला है ज़हर, तो ऐसे होंगे लक्षण

– पेट में दर्द

-मतली

-उल्टी

– दस्त

– हेमाटेमेसिस (खून की उल्टियां होना)

– हेमाटोचेज़िया (कोलोन में ब्लीडिंग)

– सदमा और मौत

लौकी के ज़हर का संदेह होने पर तुरंत अस्पताल पहुंचना चाहिए और इलाज कराना चाहिए क्योंकि यह कुछ ही देर में गंभीर रूप ले सकता है।

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