डायबिटीज़ में भीगे हुए अखरोट खाने से क्या फायदे होते हैं?
स्वस्थ रहने के लिए एक हेल्दी और अच्छी लाइफस्टाइल बेहद ज़रूरी होती है। जिसमें नियमित तौर पर व्यायाम और स्वस्थ डाइट शामिल होती है। ये और भी ज़रूरी तब हो जाता है, जब कोई डायिबिटीज़ या दिल की बीमारी जैसी बिमारियों से जूझ रहा होता है। जो लोग टाइप-2 डायबिटीज़ से पीड़ित होते हैं उन्हें एक अच्छी डाइट ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित रखने में भी मदद करती है और साथ ही इस बीमारी से जुड़े जोखिमों को भी कम करती है। ख़ासतौर पर नट्स और बीज, ऐसी चीज़ें हैं, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती हैं। इन्हें खाने से पोषण के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।
नट्स और बीजों का सेवन शरीर के साथ-साथ अच्छी त्वचा, बाल, वज़न को घटाने और मधुमेह के प्रबंधन में भी लाभदायक साबित होता है। इन्हीं में से एक है अखरोट, जो शरीर में ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार साबित होता है।
टाइप-2 डायबिटीज़ के लिए भीगे हुए अखरोट
नियमित तौर से अगर भीगे हुए अखरोट खाएं जाएं, तो टाइप-2 डायबिटीज़ के प्रबंधन में मदद मिल सकती है। डायबिटीज़ के मरीज़ों को अपनी डाइट में अखरोट ज़रूर शामिल करना चाहिए, क्योंकि वे फाइबर में भरपूर होते हैं। फाइबर को शरीर में ब्लड शुगर के रिलीज़ को कम करने के लिए जाना जाता है, जो चीनी के स्तर में अचानक बढ़त की संभावना को कम करता है। शरीर में चीनी की मात्रा का अचानक बढ़ना हानिकारक हो सकता है।
कुछ रिसर्च में यह भी पाया गया है कि अखरोट ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज़ विकसित होने का जोखिम भी कम होता है।
क्या अखरोट को खाने से पहले भिगोना ज़रूरी है?
किसी भी डाई-फ्रूट्स को खाने से पहले भिगोना बेहतर माना जाता है। खासतौर से भारत में ऐसा माना जाता है कि बादाम, अखरोट आदि में जो एन्ज़ाइम मौजूद होते हैं, उन्हें कच्चा पचाना मुश्किल हो सकता है। इसलिए उन्हें हमेशा भिगोकर ही खाया जाता है।