कश्मीर में बेहतर शिक्षा से युवाओं का भविष्य संवार रही सेना, 10 आर्मी गुडविल स्कूलों में तैयार हुई 128 स्मार्ट कक्षाएं
कश्मीर में स्थायी शांति बहाल करने के लिए देश विरोधी तत्वों के मंसूबे नकारने के साथ सेना युवाओं के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में भी लगातार काम कर रही है।
सेना ने शिक्षा की डिजिटिलाईजेशन के लिए कश्मीर के दूरदराज इलाकों में युवाओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए 10 आर्मी गुडविल स्कूलों में 128 स्मार्ट कक्षाएं तैयार की हैं। शिक्षा के आधुनिकीकरण के लिए आर्मी गुडविल स्कूलों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए 3.1 करोड़ रूपये का खर्च आया है। स्कूलों की डिजिटिलाईजेशन की मुहिम सेना की चिनार काेर ने पावर ग्रिड कारपोरेशन लिमिटेड के साथ मिलकर चलाई है। इन स्मार्ट कक्षाओं को आई ड्रीम्स संस्था ने तैयार किया है।
आर्मी गुडविल स्कूलों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्थापित की गई इन स्मार्ट कक्षाओं में 128 कम्प्यूटर, 128 यूपीएस, इतने ही इंटरेक्टिव बोर्ड, ओवरहैड प्रोजेक्टर, सर्वर, टैबलेट, साफ्टवेयर, नेटवर्किंग उपकरण आदि लगाए गए हैं। इन स्मार्ट कक्षाओं को संचालित करने के लिए स्कूल के अध्यापकों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इन स्मार्ट कक्षाओं से कश्मीर के दूरदराज इलाकों के बच्चों का आने वाले समय में डाक्टर, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी आदि बनने के लिए तैयार किया जाएगा।
इन स्मार्ट कक्षाओं का लोकापर्ण करने के लिए सोमवार को कश्मीर के बोनयार स्थित आर्मी गुडविल स्कूल में हुए कार्यक्रम में सेना की पंद्रह कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने हिस्सा लिया। इस मौके पर पावर ग्रिड कारपोरेशन लिमिटेड के प्रतिनिधि वीके सिंह, कैलाश राठोर, संजय वर्मा, पुनीत गोयल के साथ ड्रीम्स संस्था के कई पदाधिकारी आदि भी मौजूद रहे।
कश्मीर में आतंकवाद के दौर में देशविरोधी तत्वों में नई पीढ़ी का भविष्य बर्बाद करने के लिए दूरदराज इलाकों में स्कूल तबाह कर दिए थे। अब कश्मीर के हालात को बेहतर बनाने के लिए सेना दूरदराज इलाकों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों को लगातार बेहतर बना रही है।