Diesel फिर हो गया महंगा, पेट्रोल के रेट में नहीं हुआ रद्दोबदल- जानिए ताजा भाव
Diesel की कीमतों में शुक्रवार को 20 पैसे की बढ़ोतरी हुई। जबकि पेट्रोल कीमतों को नहीं छेड़ा गया। इससे पहले 5 सितंबर 2021 को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 15-15 पैसे की कटौती हुई थी। गुरुवार तक वैश्विक तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच देश में ऑटो ईंधन की कीमतों में स्थिरता बनी हुई थी। तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने गुरुवार को ऑटो ईंधन पेट्रोल और डीजल की पंप कीमतों को बिना किसी बदलाव के लगातार 18 दिन तक अपरिवर्तित रखा था।
शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 101.19 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई् है। जबकि डीजल 88.82 रुपये प्रति लीटर पर चला गया है। मुंबई में, पेट्रोल की कीमत 107.26 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है, जबकि डीजल की दरें भी 96.41 रुपये प्रति लीटर पर हैं। देश भर में इनकी खुदरा दरें विभिन्न राज्यों में स्थानीय करों के स्तर के आधार पर अलग थीं।
इस बीच, पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं हो रही हैं, क्योंकि राज्य ईंधन को जीएसटी के दायरे में नहीं लाना चाहते हैं। पुरी ने बताया कि पश्चिम बंगाल में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये के पार हो गई हैं क्योंकि टीएमसी सरकार भारी कर लगा रही है।
उन्होंने कहा कि अगर आपका सवाल है कि क्या आप चाहते हैं कि पेट्रोल की कीमतें कम हों, तो इसका जवाब हां है। अब, अगर आपका सवाल है कि पेट्रोल की कीमतें नीचे क्यों नहीं आ रही हैं, तो इसका जवाब है क्योंकि राज्य इसे जीएसटी के तहत लाना नहीं चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र 32 रुपये प्रति लीटर (पेट्रोल पर कर के रूप में) लेता है। हमने 32 रुपये प्रति लीटर कर लिया, जब ईंधन की कीमत 19 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी, और हम अभी भी वही ले रहे हैं, जबकि कीमत बढ़कर 75 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गई।
पुरी ने कहा कि पेट्रोल पर लिए गए कर का उपयोग कल्याणकारी योजनाओं के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने जुलाई में कीमतों में 3.51 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की, जिसके चलते पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से महंगा हो गया।