भारत करने जा रहा अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण, जानिए- क्यों डरे चीन-पाकिस्तान
भारत आज अपनी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का परीक्षण कर सकता है। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल का ये 8वां टेस्ट होगा। भारत की इस मिसाइल के परीक्षण को लेकर पाकिस्तान और चीन समेत कई देशों की सांसें तेज हो गई हैं। अग्नि-5 मिसाइल की जद में पूरा चीन आ रहा है। भारत की इस शक्तिशाली बैलिस्टिक मिसाइल का निर्माण (Agni-V ICBM) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने मिलकर किया है।
डीआरडीओ के प्रमुख जी सतीश रेड्डी ने एक कार्यक्रम में कहा कि अगर देश को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनना है, तो हमें उन्नत प्रौद्योगिकी पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (आइजीएमडीपी) के तहत भारत द्वारा विकसित पांच मिसाइलों-पृथ्वी, अग्नि, आकाश, त्रिशूल और नाग का जिक्र किया। उन्होंने कहा, हमने पृथ्वी, अग्नि, आकाश, त्रिशूल, नाग का विकास किया। और फिर हम बैलेस्टिक मिसाइलों वाले उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गए, जो दुश्मन की मिसाइल को रोक सकते हैं और उसे मार सकते हैं। फिर लंबी दूरी और अधिक क्षमताओं वाली कई और मिसाइलें बनी।
बढ़ेगी भारत की सैन्य ताकत
अग्नि-5 मिसाइल मिलने से भारत की सैन्य ताकत में यकीनन इजाफा होगा। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि ये टेस्ट ऐसे समय में हो रहा है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं। चीन लगातार भारत की इस टेस्ट पर सवाल खड़ा कर रहा है। अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के तट से होगा। इसका सफल परीक्षण होते ही भारत 8 उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जिनके पास परमाणु सक्षम मिसाइल है।
क्यों डर रहा चीन
भारत ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि अग्नि-5 मिसाइल की रेंज कितनी होगी। रक्षा विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि इसकी रेंज 5000 से 8000 किलोमीटर हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो चीन सहित कई देश अग्नि-5 की जद में आ जाएंगे। इसलिए चीन की सांसें इस समय फूल रही हैं।
मिसाइल एक सेकेंड में 8.16 किलोमीटर की दूरी करती है तय
अग्नि-5 मिसाइल एक साथ डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। यह 17.5 मीटर लंबी है और इसका व्यास 2 मीटर यानी 6.7 फीट है। यह मिसाइल एक सेकेंड में 8.16 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इस भारतीय मिसाइल में कई ऐसी खूबियां हैं, जिनके बारे में परीक्षण के बाद बताया जाएगा।
भारत इन 8 देशों में हो जाएगा शामिल
अग्नि-5 मिसाइल का टेस्ट सफल होने पर भारत भी चुनिंदा 8 देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जिनसे पास इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, इजराइल, चीन और उत्तर कोरिया शामिल है। डीआरडीओ के प्रमुख जी सतीश रेड्डी ने कहा कि भारत ने मिसाइल प्रौद्योगिकी में पूर्ण आत्मनिर्भरता हासिल कर ली है। अब देश में बेहद उन्नत मिसाइलों को विकसित किया जा सकता है।