फाइनेंस पर खरीदी गई अपनी बाईक की लूट की झूठी रिपोर्ट लिखाने वाला खालिद बाईक तथा बाईक के निकाले गये स्पेयर पार्ट्स सहित गिरफ्तार



( सहारनपुर ) बड़े ही नाटकिय ढंग से फाइनेंस पर खरीदी गई मोटर साइकिल की झूठी रिपोर्ट लिखाने थाने में पहुंचे युवक का फर्जी रिपोर्ट के झूठ का जब तीतरो थाना प्रभारी ने अपनी पुलिस टीम के साथ खुलासा किया,तो उक्त युवक का चेहरा भी हवा-हवाई हो गया।कामयाब पुलिस टीम ने उक्त युवक खालिद के मकान में एक गहरा गड्डा खोदकर छुपाई गई मोटर साइकिल तथा निकाले गये स्पेयर पार्ट्स सहित बरामद कर ली।
आपको बता दें,कि माजरा क्या था।थाना गंगोह के अन्तर्गत पड़ने वाले गांव खानपुर गुजर्र निवासी खालिद पुत्र जुल्फिकार ने एक बाईक हिरो एच एफ डिलक्स जिसका नम्बर यूपी-11 बी,जेड, 0485 फाइनेंस पर खरीदी थी,उक्त खालिद बाईक की किस्त नहीं दे पा रहा था।इसी किस्त से बचने के लिए तथा फाइनेंस कंपनी से क्लेम वसूलने हेतु खालिद द्वारा एक गहरे षडयंत्र के चलते अपने ही मकान में एक गहरा गड्डा खोदकर तथा बाइक के स्पेयर पार्ट्स अलग कर उसमें छुपा दी तथा बड़े ही नाटकिय ढंग से अपनी बाइक की लूट की घटना की झूठी रिपोर्ट लिखाने जा पहुंचा थाना तीतरो,लेकिन पुलिस ने जब इस मामले की जांच की,तो थाना तीतरो प्रभारी को मामला समझते देर नहीं लगी और उन्होने अपने कुशल नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन कर छान बीन शुरू कर दी,जब पुलिस टीम जांच करने खालिद के घर पहुंची,तो खालिद के चेहरे के तोते उड़ते देख पुलिस को मामला समझते देर नहीं लगी तथा पुलिस टीम द्वारा खालिद से सख्ती से पुछताछ करने के बाद उसकी निशानदेही पर बाइक तथा उसके निकाले गये स्पेयर पार्ट्स टंकी,सीट,मुर्डगाड,पेनल कवर बाइक सहित उसके घर से बरामद कर लिए।बाद में पुलिस ने उक्त लूट घटना की आईपीसी की धारा 392 के साथ-साथ 420/195/203 और बढ़ाकर खालिद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेजा दिया।यह कामयाबी हासिल करनी वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी विनय कुमार आजाद के साथ उप-निरीक्षक लोकेन्द्र राणा,राजबहादुर राठी,दीपक कुमार,अशोक कुमार,हे-कांस्टेबल प्रदीप कुमार,कांस्टेबल पवन कुमार शामिल रहे।इस झूठे मामले का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम की जितनी भी प्रशंसा की जाये वह बहुत ही कम है।