PWD और शिक्षा विभाग की कटी बिजली, पुलिस को देखकर छूटा पसीना Gorakhpur News
पुलिस को छोड़ सरकारी बकायेदारों के खिलाफ बुधवार को बिजली निगम ने पूरे दिन अभियान चलाया। कई बकायेदारों की लाइन काट दी गई। लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) के मुख्य अभियंता समेत छह कार्यालयों की बिजली कटी तो आनन-फानन पांच लाख रुपये जमा कराए गए। इसके बाद मुख्य अभियंता की बिजली जोड़ दी गई। उप निदेशक शिक्षा, वित्त एवं लेखाधिकारी शिक्षा विभाग, स्पोट्र्स कालेज आदि की लाइन कटने के बाद भी रुपये नहीं जमा किए गए।
इनकी कटी लाइन
उपभोक्ता बकाया
उप निदेशक शिक्षा 188669
वित्त एवं लेखाधिकारी 56792
गैरिसन इंजीनियङ्क्षरग 508060
एजीएम बीएसएनएल 42024
मनोरंजन केंद्र 64296
पोस्ट मास्टर 25000
दो छात्रावासों की बिजली जोड़ी गई
मेरिट उच्चीकृत छात्रावास राजकीय जुबिली इंटर कालेज की लाइन 19 लाख 16 हजार 789 रुपये और एकीकृत छात्रावास न्यू हास्टल बक्शीपुर की लाइन 15 लाख 14 हजार 266 रुपये के बकाये में काटी गई थी। छात्रावास के जिम्मेदारों ने बिजली निगम के अफसरों से मुलाकात कर अप्रैल में पूरे भुगतान का लिखित आश्वासन दिया है। बक्शीपुर के अधिशासी अभियंता अतुल रघुवंशी ने बताया कि फिलहाल कनेक्शन जोड़ दिया गया है।
पीडब्लूडी में इनकी कटी लाइन
निर्माण खंड पर 39 हजार 435 रुपये, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड पर 59 हजार 755 रुपये, एलपीआर पर चार लाख 57 हजार 925 रुपये, प्रांतीय खंड पर नौ लाख पांच हजार 439 रुपये, मुख्य अभियंता पर दो लाख 43 हजार 991 रुपये और गेस्ट हाउस के कनेक्शन पर चार लाख 46 हजार 600 रुपये का बकाया था। कनेक्शन कटने पर पांच लाख रुपये जमा कराए गए।
उपायुक्त उद्योग की भी कटी लाइन
उपायुक्त उद्योग कार्यालय पर पांच लाख 90 हजार रुपये बकाया है। कनेक्शन कटने के बाद 50 हजार रुपये जमा हुए तो लाइन जोड़ी गई। चीफ इलेक्ट्रिकल कालोनी सूरजकुंड पर पांच लाख नौ हजार 80 रुपये बकाया हैं। चार लाख 17 हजार रुपये जमा कराए गए। राप्तीनगर क्षेत्र स्थित अपर निदेशक जनसंख्या नियोजन कार्यालय की लाइन 14.32 लाख, स्पोट्र्स कालेज की 6.65 लाख, जिला प्रोबेशन अधिकारी की 5.65 लाख, खाद्य एवं रसद विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय की 2.03 लाख, स्टेट फूड लैब की 1.54 लाख और युवा कल्याण की 85 हजार रुपये बकाया पर लाइन काटी गई।
सरकारी विभागों पर है 20 करोड़ रुपये बकाया
जिले में सरकारी विभागों पर बिजली बिल का तकरीबन 20 करोड़ रुपये बकाया है। बिजली निगम ने सरकारी विभागों पर बकाया की सूची तो जारी की ही थी, साथ ही कोषवाणी पर संबंधित विभागों के खाते में बचे रुपये का भी उल्लेख किया था। इसके बाद भी बिल नहीं जमा हो सका।
प्रमुख विभागों पर बकाया
विभाग टाउनहाल बक्शीपुर मोहद्दीपुर राप्तीनगर
पुलिस 53686231 747931 1385000 6835091
शिक्षा 4549036 4255839 626000 70342
पुलिस को छोड़ दिया
बिजली निगम के अफसरों ने भले ही सरकारी विभागों के बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई की हो लेकिन सबसे बड़े बकायेदार पुलिस विभाग की लाइन नहीं काटी गई। अफसरों का कहना है कि पुलिस आवश्यक सेवा में है। यदि लाइन काटी जाती तो कानून-व्यवस्था की स्थिति पर खतरा पैदा हो जाता। बिजली निगम पर सिर्फ शहर में 6.26 करोड़ बकाया।
स्वास्थ्य विभाग और कलेक्ट्रेट के बकाया बिल का पहले ही भुगतान हो चुका है। आवश्यक सेवा के कारण पुलिस की लाइन नहीं काटी गई है। इस महीने के आखिर तक भुगतान का आश्वासन मिला है। जल्द रुपये नहीं जमा हुए तो लाइन काटने की कार्रवाई की जाएगी। – यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता शहर।