कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पीएम मोदी ने फिर बुलाई बैठक, मुख्यमंत्रियों के साथ 17 मार्च को हालात पर मंथन
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बातचीत में कोविड-19 से पैदा हुए हालात एवं टीकाकरण अभियान के मुद्दों पर चर्चा होगी। यह बातचीत ऐसे समय हो रही है जब कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र टीकाकरण अभियान में तेजी पर जोर दे रहा है।
समय समय पर बात करते रहे हैं पीएम मोदी
प्रधानमंत्री समय समय पर मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस साल जनवरी महीने में टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी। तब उन्होंने तीन करोड़ स्वास्थ्य और अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे कर्मचारियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा था। मौजूदा वक्त में यह अभियान 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कवर करने के दौर में चला गया है।
टीकाकरण में तेजी पर केंद्र का जोर
दरअसल केंद्र चाहता है कि संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान में तेजी लाई जाए। इसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में देश में अब तक तीन करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी है लेकिन हाल के दिनों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं, इसलिए टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाने पर जोर दिया जा रहा है।
लोगों की लापरवाही से बढ़ रहे केस
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति लोगों की लापरवाही से मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 80 फीसदी से ज्यादा मामले कुछ राज्य से हैं। इसकी मुख्य वजह लोगों का कोरोना से बचाव के उपायों का पालन करने में लापरवाही है। उन्होंने जोर दिया कि मास्क लगाने और एक-दूसरे से दूरी बनाने जैसे उचित कोविड व्यवहार का पालन किया जाए। इसका पालन टीके की उपलब्धता होने के बावजूद किया जाए। वह संसदीय सौंध में अति-विशिष्ट परामर्श के लिए छठे व्यापक स्वास्थ्य शिविर में बोल रहे थे।
अब तक दी गई कोविड वैक्सीन की तीन करोड़ से अधिक खुराकें
कोविड टीकाकरण अभियान के 59वें दिन सोमवार को भारत एक अहम मुकाम पर पहुंच गया। भारत ने लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन की तीन करोड़ से ज्यादा खुराकें दे दी है। इनमें से 18 लाख से ज्यादा खुराक सोमवार को दी गईं। सोमवार शाम सात बजे तक कुल तीन करोड़ 17 लाख 71 हजार 661 खुराकें दी जा चुकी हैं। लाभार्थियों में 74,08,521 स्वास्थ्यकर्मी (पहली खुराक), 43,97,613 स्वास्थ्यकर्मी (दूसरी खुराक), 74,26,479 फ्रंटलाइन वर्कर्स (पहली खुराक) और 13,23,527 फ्रंटलाइन वर्कर्स (दूसरी खुराक) शामिल हैं।
महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक ने बढ़ाई चिंता
दरअसल महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु में बढ़ते संक्रमण ने चिंता बढ़ा दी है। देश में 78 फीसद से ज्यादा नए मामले इन्हीं पांच राज्यों में पाए गए हैं। 85 दिनों बाद देश में 26,291 नए मामले सामने आए हैं जबकि एक दिन में 118 लोगों की मौत भी हुई है। इससे पहले 20 दिसंबर को 26,624 केस पाए गए थे। इनमें से महाराष्ट्र में 16,620, केरल में 1,792 और पंजाब में 1,492 मामले शामिल हैं। तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में भी संक्रमण बढ़ रहा है। मौजूदा वक्त में देश में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर एक करोड़ 13 लाख 85 हजार को पार कर गया है।