01 November, 2024 (Friday)

नशा मुक्ति जागरूकता रैली को जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने दिखाई हरी झण्डी

श्रावस्ती।  नशामुक्त अभियान एवं बाल विवाह न करने के उद्देश्य से लोगो को प्रेरित करने के लिए शुक्रवार को कलेक्ट्रेट/जिलाधिकारी कैम्पस से एक विशाल रैली निकाली गई, इस रैली को  जिलाधिकारी टी0के0 शिबु एवं पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार मौर्य ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया, यह रैली भिनगा बाजार पहँुच कर समाप्त हुई। इस रैली में क्रमशः पं0 दीनदयाल राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय भयापुरवा, राजकीय बालिका इण्टर कालेज भिनगा, कस्तूरबा आवासीय विद्यालय भिनगा एवं अलक्षेन्द्र इण्टर कालेज की छात्राओं तथा  गुलिस्तां समुदाय विकास समिति के वालेन्टियर द्वारा प्रतिभाग किया गया। रैली में प्रतिभाग करने वाली छात्राओ ने अपनी हाथों में नशा न करने तथा बालविवाह न करने के लिए तख्तियों पर स्लोगन लिखा, सन्देश लेकर रैली में प्रतिभाग किया।
रैली रवाना करने के दौरान जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा नशा करने  से जन और धन दोनो की हानि होती है। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता है। युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित है। सरकार इन पीड़ितों को नशे के चुंगल से छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति अभियान चला रही है, शराब और गुटखे पर रोक लगाने के प्रयास कर रही है। नशे के रूप में लोग शराब, गाँजा, जर्दा, ब्राउन शुगर, कोकीन, स्मैक आदि मादक पदार्थों का प्रयोग करते हैं, जो स्वास्थ्य के साथ सामाजिक और आर्थिक दोनों लिहाज से ठीक नहीं है। नशे का आदी व्यक्ति समाज की दृष्टी से हेय हो जाता है और उसकी सामाजिक क्रियाशीलता शून्य हो जाती है, फिर भी वह व्यसन को नहीं छोड़ता है। धूम्रपान से फेफड़े का कैंसर होता हैं, वहीं कोकीन, चरस, अफीम लोगों में उत्तेजना बढ़ाने का काम करती हैं, जिससे समाज में अपराध और गैरकानूनी हरकतों को बढ़ावा मिलता है। इन नशीली वस्तुओं के उपयोग से व्यक्ति पागल और सुप्तावस्था में चला जाता है। तम्बाकू के सेवन से तपेदिक, निमोनिया और साँस की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसके सेवन से जन और धन दोनों की हानि होती है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में लड़कियांे के विकास में बालविवाह बाधा रही है इसलिए जनपद वासियों से अपील है कि वह अपनी बेटियों का बालविवाह कदापि न करें। लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़को से पीछे नही है, जरूरत इस बात की है कि उन्हे भी लड़को के बराबर ही पालन-पोषण करने के साथ ही बेहतर शिक्षा देकर आगे बढ़ाया जाए। इससे निश्चित ही ये बेटियां पढ़-लिख कर आगे बढें़गी। देश एवं प्रदेश की सरकार जन-जन के विकास हेतु प्रतिबद्ध हैै इसीलिए नशा न करने तथा अपनी बेटियों का बालविवाह न करने के लिए यह रैली निकाल कर लोगो को जागरूक किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार मौर्य ने बताया है कि नशा करने से मानसिक क्षति के साथ-साथ आर्थिक क्षति भी होती है। नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती है। नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता है। युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित है। सरकार इन पीड़ितों को नशे के चुंगल से छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति अभियान चलाती है, शराब और गुटखे पर रोक लगाने के प्रयास करती है। नशे के रूप में लोग शराब, गाँजा, जर्दा, ब्राउन शुगर, कोकीन, स्मैक आदि मादक पदार्थों का प्रयोग करते हैं, जो स्वास्थ्य के साथ सामाजिक और आर्थिक दोनों लिहाज से ठीक नहीं है।  इसलिए नशा को त्यागा जाय ताकि आर्थिक रूप से सुदृढ़ होकर अपने परिवार का बेहतर ढंग से देखभाल किया जा सके। मुुख्य विकास अधिकारी ईशान प्रताप सिंह ने कहा कि नशे का आदी व्यक्ति समाज की दृष्टी से हेय हो जाता है और उसकी सामाजिक क्रियाशीलता शून्य हो जाती है, फिर भी वह व्यसन को नहीं छोड़ता है। धूम्रपान से फेफड़े में कैंसर होता हैं, वहीं कोकीन, चरस, अफीम लोगों में उत्तेजना बढ़ाने का काम करती हैं, जिससे समाज में अपराध और गैरकानूनी हरकतों को बढ़ावा मिलता है। इन नशीली वस्तुओं के उपयोग से व्यक्ति पागल और सुप्तावस्था में चला जाता है। तम्बाकू के सेवन से तपेदकि, निमोनिया और साँस की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसके सेवन से जन और धन दोनों की हानि होती है। इसलिए लोगो को नशा न करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि नशा को लोग त्यागें और आर्थिक रूप से सम्पन्न होकर अपने परिवार का बेहतर ढंग से देखभाल कर सकेें। उन्होने यह भी कहा कि जिले में बालविवाह का जो पूर्व से प्रचलन चला आ रहा है, इस बालविवाह कुरीति को  जनपदवासी त्यागें और अपनी बेटियों का बालविवाह कदापि न करें तथा उन्हे पढ़ा-लिखाकर आगे बढ़ायें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी योगानन्द पाण्डेय, उप जिलाधिकारी आर0पी0 चैधरी, जिला आबकारी अधिकारी पी0के0 गिरी, जिला समाज कल्याण अधिकरी राकेश रमन, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी चमन सिंह, सहायक जिला युवा कल्याण अधिकारी के0सी0 मिश्रा, जिला विद्यालय निरीक्षक चन्द्रपाल, प्राचार्य अलक्षेन्द्र इण्टर कालेज ज्योति प्रकाश पाण्डेय, प्राचार्या जी0जी0आई0सी0 अकीला बानो, गुलिस्तां समुदायिक समिति के संचालक गुलशन जहां, जिला प्रोबेशन कार्यालय के क्रमशः महिला कल्याण अधिकारी सरिता मिश्रा, जितेन्द्र कुमार, राजकुमार, संरक्षण अधिकारी मिथलेश सिंह, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी रामचन्द्र मौर्य, सूचना/कलेक्ट्रेट  सहित तमाम विभागों के अधिकारी/कर्मचारी, तथा काफी तादाद में महिलाएं एवं बालिकाएं उपस्थित रही।

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