01 November, 2024 (Friday)

अमेरिका की बागडोर नए राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथ, दुनिया के कोने-कोने से आ रहे संदेश; जानें किसने क्या कहा

अमेरिका की बागडोर बुधवार, 20 जनवरी  नए राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथ में सौंप दी गई है। इसपर दुनिया भर के शीर्ष नेताओं की ओर से प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई। इस क्रम में भारत, ब्रिटेन, इजरायल, जर्मनी, कतर समेत दुनिया के कोने कोने से शुभकामनाओं के साथ ही बाइडन प्रशासन के साथ काम करने की इच्छा प्रकट करने वाले संदेश आ रहे हैं।

भारत व पाकिस्तान

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पद का शपथ लेने के मौके पर बाइडन को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा की वे बाइडन के साथ काम करने व अमेरिका-भारत संबंध को मजबूत बनाने के इच्छुक हैं। इसी तरह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी नए राष्ट्रपति बाइडन को शुभकामनाओं के साथ अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों को आगे ले जाने की बात कही।

ब्रिटेन से बोरिस जॉनसन ने भेजा ये संदेश

ब्रिटेन के  प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद में कहा, ‘मैं बाइडन व उनके प्रशासन के साथ काम करने का इच्छुक हूं।’  उन्होंने आगे कहा कि हमारे देशों और हमारी साझा प्राथमिकताओं जैसे जलवायु परिवर्तन, महामारी के बाद फिर से हालात को संभालने को लेकर हम काम करेंगे।

यूरोप और इजरायल

वहीं यूरोपीयन कमीशन की प्रेसिडेंट उर्सुला वोन देर लेयेन (URSULA VON DER LEYEN) ने अपने एक ट्वीट में कहा, ‘अमेरिका वापस आ गया है और यूरोप दोबारा अपने पुराने और भरोसेमंद पार्टनर के साथ हाथ मिलाने को तैयार है। इजरायल से बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो संदेश पोस्ट कर बाइडन को शुभकामना दी।

इटली

इटली के प्रधानमंत्री गियूसेप्पे कोंटे (Prime Minister Giuseppe Conte) ने भी बाइडन के साथ काम करने की इच्छा प्रकट की। उन्होंने कहा, ‘हमारा कॉमन एजेंडा है जो बहुपक्षीय है इसमें जलवायु परिवर्तन, डिजिटल ट्रांजिशन व सामाजिक समावेश आता है।’

अमेरिका के साथ बेहतर संबंध चाहता है रूस

क्रेमलिन प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने बताया कि रूस (Russia) अमेरिका के साथ अच्छे और बेहतर संबंध चाहता है लेकिन यह ‘मिस्टर बाइडन और उनकी टीम पर निर्भर करता है।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने हमेशा न्यूक्लियर हथियारों के समझौते की वकालत की है और अब यह वाशिंगटन पर है कि वो इसका संरक्षण करे।

नाटो को बाइडन से ये उम्मीद

NATO ने उम्मीद जताई कि बाइडन के प्रशासन में ट्रांस अटलांटिक संबंध मजबूत होंगे। नाटो प्रमुख जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने ट्विटर पर लिखा, ‘नए राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ काम करने को लेकर हम तत्पर हैं और हमें उम्मीद है कि अमेरिका और यूरोप के बीच संबंध बेहतर और मजबूत होंगे। हमारे सामने वैश्विक चुनौतियां हैं और हममें से कोई अकेले इसपर जीत हासिल नहीं कर सकता।’

स्पेन व मेक्सिको

स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के प्रवक्ता ने कहा, ‘बाइडन की जीत लोकतंत्र की जीत को दर्शाता है। 5 साल पहले हमें बिना संदेह यह विश्वास था कि ट्रंप के खराब मजाक थे। पांच साल बाद हमें महसूस हुआ कि उन्होंनेे दुनिया के सबसे सशक्त लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया था।’ वहीं मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनएल लोपेज ओब्राडोर ने कहा कि उन्होंने जो बाइडन की पॉलिसी प्राथमिकताओं को साझा किया और इस सफलता की बधाई दी।

वैश्विक गठबंधन का करेंगे पुर्ननिर्माण: बाइडन 

शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का भी जिक्र किया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि पिछले चार वर्षो में तहस-नहस कर दिए गए गठबंधनों का पुननिर्माण करेंगे। उन्होंने कहा, ‘हम दुनिया में अमेरिका को फिर से अच्छाई की अग्रणी ताकत बना सकते हैं। हम अपने गठबंधनों को ठीक करेंगे और दुनिया से एक बार फिर बात करेंगे, कल की चुनौतियों के लिए नहीं बल्कि आज और आने वाले कल की चुनौतियों के लिए। हम अपने आदर्शो की ताकत से नेतृत्व करेंगे।’

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