बुनकरों की मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा
एटा। प्रदेश में खेती के बाद सबसे ज़्यादा रोज़गार बुनाई उद्योग से मिलता है। इसमें लाखो परिवार मज़दूरी इत्यादि करके अपने परिवार का पालन पोषण करते है। लॉकडाउन की महामारी का प्रभाव अत्यधिक बुनाई उद्योग पर पड़ा है। जिसके कारण बुनकर मज़दूर भूखमरी करने पर हैं, उनके मांगों को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा गया हैं
अल्पसंख्यक विभाग कांग्रेस ने ज्ञापन सौपते हुए बुनकरों की मांगें उठाई हैं। लॉकडाउन के बाद से बुनकर काफी परेशान है, उनके पास जीविका चलाने का कोई साधन नहीं है। मांग की है कि यूपीए सरकार द्वारा बुनकरों को फ्लैट रेट पर दी जाने वाली विद्युत आपूर्ति को बहाल रखा जाए, जनवरी 2020 से आज तक का बिजली बिल माफ किया जाए, फ़र्ज़ी बकाये बिजली बिल के नाम पर बुनकर मज़दूरों के उत्पीड़न बन्द किया जाए, बुनकरों के जो बिजली कनेक्शन काट दिए गए है उसको तुरंत बहाल किया जाए, बुनकरों के लिए बन रही कल्याणकारी योजनाओ में बुनकरों को भी शामिल किया जाए।
ज्ञापन देने वालो में गंगा सहाय लोधी जिला अध्यक्ष कांग्रेस, अनिंल सोलंकी, विनीत पाराशर वाल्मीकि, मोहम्मद इरफान एडवोकेट, अमीत कुमार, मोहम्मद सैफ, लल्ला बाबू, मोहम्मद नाजिम, अब्बास अफजाल अब्बास, मोहम्मद चमन सैफी, अनंत प्रताप नैना शर्मा एडवोकेट, डॉ सुरेंद्र कुमार, संतोष कुमार एडवोकेट, रविंद्र लोधी, फैजान अंसार अहमद, रिहान मोहम्मद, शाकिर, सैफ अली खांन उर्फ सुल्तान अली अब्बास, गुलचमन मंसूरी, फैजल भाई, बसीम सलमानी, लियाकत अली, सुल्तान सेफी, मोहम्मद सलमान शामिल थे।