बुंदेलखंड को योगी सरकार की बड़ी सौगात, ललितपुर में बनेगा एयरपोर्ट; पहले चरण के लिए मिली सहमति



एक्सप्रेसवे का मजबूत नेटवर्क बना रही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य को विश्वस्तरीय हवाई सेवाओं से जोड़ने के लिए भी मिशन मोड पर काम कर रही है। अभी 14 हवाई अड्डों पर काम चल रहा है। इसी बीच बुंदेलखंड को बड़ी सौगात देते हुए ललितपुर में एयरपोर्ट बनाए जाने की सैद्धांतिक सहमति दे दी गई है। जल्द ही जमीन अधिग्रहण और डीपीआर बनाने का काम शुरू होगा।
ललितपुर में हवाई अड्डे की संभावनाओं को लेकर कुछ माह पहले प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की टीम के साथ यहां का दौरा किया था। दिसंबर में केंद्र से प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट मिली। उसके बाद शासन ने जिलाधिकारी की रिपोर्ट मांगी। युद्ध स्तर पर यह प्रक्रिया चली और गुरुवार को ललितपुर में पहले चरण में एटीआर-72/क्यू-400 प्रकार के वायुयानों के लिए हवाई अड्डा विकसित करने की सैद्धांतिक सहमति दे दी गई।
बताया गया है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित इस जिले में दूसरे विश्वयुद्ध के समय हवाई पट्टी बनाई गई थी, जो कि वर्तमान में प्रयोग में नहीं है। मुख्यमंत्री के सचिव व नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि हवाई पट्टी के साथ ही यहां विभाग के पास 77 एकड़ जमीन है। बाकी जमीन खरीदने और विस्तृत कार्ययोजना बनाने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी।
योगी सरकार अपने कार्यकाल के पहले तीन वर्षों में प्रयागराज, कानपुर और हिंडन हवाई अड्डे का संचालन शुरू कर चुकी है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट सहित 14 हवाई अड्डों का काम अभी चल रहा है। इनमें बरेली व कुशीनगर लगभग तैयार हैं, जबकि अलीगढ़, आजमगढ़, मेरठ, मुरादाबाद और चित्रकूट हवाई अड्डा अगले दो माह में पूरा होने की संभावना है।