UP: आपदाओं से निपटने को इस्तेमाल होंगे इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, गोताखोरों व नाविकों को फ्री सेफ्टी किट
भविष्य में कोरोना संक्रमण का खात्मा भले ही हो जाए, लेकिन इससे निपटने के लिए जिलों में स्थापित किये गए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बरकरार रहेंगे। यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन सेंटर का इस्तेमाल विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया है। भविष्य में बनने वाले एकीकृत जिला कार्यालयों में भी एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के लिए प्राविधान करने का निर्देश दिया है।
लोकभवन में उप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की शासी निकाय की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए योगी ने कहा कि प्राधिकरण बाढ़, भूकंप, बिजली गिरने, वन्यजीवों आदि विभिन्न प्रकार की आपदाओं से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों को चिन्हित करें। चिन्हित क्षेत्रों के निवासियों को आपदाओं के समय बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति जागरूक और बचाव के उपायों के बारे में प्रशिक्षित भी किया जाए। विद्यार्थियों को भी आपदा से बचाव के सम्बन्ध में जागरूक और प्रशिक्षित किया जाए। जागरूकता के लिए डिजिटल माध्यमों का प्रयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों के नाविकों और गोताखोरों को प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। प्रशिक्षित नाविकों और गोताखोरों को निश्शुल्क सेफ्टी किट भी प्रदान करने के लिए कहा। सेफ्टी किट के तहत लाइफ जैकेट, पतवार, रस्सी, टार्च, प्राथमिक चिकित्सा किट शामिल होगी।
बिजली गिरने से होने वाली जनहानि को न्यूनतम करने के लिए उन्होंने तकनीकी उपायों के प्रयोग पर जोर दिया। कहा कि बिजली गिरने की संभावना की पूर्व सूचना के प्रसार की व्यवस्था भी की जाए जिससे जनहानि को कम किया जा सके।
बैठक में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार आदि मौजूद थे।