जयशंकर का श्रीलंका दौरा, आज से 3 दिवसीय यात्रा; द्विपक्षीय रिश्ते मजबूत करना लक्ष्य
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज से श्रीलंका की तीन दिन की यात्रा पर जा रहे हैं। इस यात्रा के दौरान वे श्रीलंका के श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटभया राजपक्षे प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और विदेश मंत्री दिनेश गुणावर्धने (Dinesh Gunawardena) के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान वह वहां के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों पर चर्चा करेंगे।
मछुआरों को रिहा करने का मुद्दा भी उठाया जा सकता है
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री की इस यात्रा का मकसद द्वीपीय देश के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत करना रहेगा। माना जा रहा है कि वह अपनी यात्रा के दौरान भारतीय मछुआरों को रिहा करने का मुद्दा उठा सकते हैं, जिन्हें पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही सहित दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों में हुए विकास की समीक्षा की जाएगी।
इससे पहले अजीत डोवाल गए थे कोलंबो
बता दें कि जयशंकर की कोलंबो यात्रा पिछले दो महीनों में हुई दूसरी हाई-प्रोफाइल यात्रा है। इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल मालदीव और श्रीलंका के साथ समुद्री सहयोग और सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय बातचीत के लिए नवंबर में कोलंबो की यात्रा पर गए थे।
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटभया राजपक्षे ने पद संभाला था। उस दौरान विदेश मंत्री ने उनसे मुलाकात की। मीडयिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत श्रीलंका के चीन के करीब जाने से परेशान था, इसलिए दोनों देशों के रिश्तों को सही करने के लिए विदेश मंत्री ने कोलंबो की यात्रा की थी।
वहीं, श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटभया राजपक्षे ने अपने पहले विदेश दौरे के तौर पर भारत की राजधानी नई दिल्ली की यात्रा की थी। इस दौरान दोनों देशों के बीच रिश्तों को बल मिला। इस दौरान सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के साथ वर्चुअल द्विपक्षीय समिट में भी हिस्सा लिया था।