मायावती ने साधा सरकार पर निशाना, कहा-बंद हो राष्ट्रीय सुरक्षा व देशद्रोह कानून का दुरुपयोग
सरकार की अंहकारी व निरंकुश प्रवृत्ति के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा व देशद्रोह जैसे कानूनों का खूब दुरुपयोग किया जा रहा है, जो तत्काल बंंद होना चाहिए। अपनी कमियां छिपाने के लिए भाजपा समाज में भेदभाव व विभाजन को बढ़ावा देने में लगी है। जिसके परिणाम बेहद घातक होंगे। शुक्रवार को नववर्ष की बधाई देते हुए बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने केंद्र व प्रदेश सरकारों पर निशाना साधा। मायावती ने ट्वीट करने के साथ मीडिया को बयान भी जारी किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारें उसी प्रकार विश्वसनीयता के अभाव का शिकार हो रहीं है। जिस प्रकार की बदहाली से यूपीए-दो सरकार अपने अंतिम वर्षो में गुजरी थी।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में कालेज के भ्रष्टाचार से आजादी की मांग करने वाले छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना जंगलराज का उदाहरण है। मायावती ने आरोप लगाया कि लव जिहाद व धर्मांतरण विरोध में आपाधापी में अध्यादेश लाया गया है। इससे पुलिस राज का अनुचित प्रयोग होने लगा है। बसपा प्रमुख ने वर्ष 2020 की अव्यवस्थाओं का जिक्र भी किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी की जानलेवा समस्या के साथ सरकार किसानों की मुश्किलों का समाधान नहीं दे पा रही है। बीते वर्ष में नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी आदि देश आंदोलित रहा अब कृषि कानूनों की लेकर माहौल खराब हो रहा है। ऐसे में आत्मनिर्भर भारत की संभावनाएं समाप्त होती दिख रही है।
सरकार की कार्यशैली को लेकर गत वर्ष आरंभ से जनाक्रोश व चुनौतियां दिनों दिन गंभीर होने लगी थी। उन्होंने नववर्ष की बधाई देते हुए कहा कि केंद्र व प्रदेश में चाहे कांग्रेस की सरकारें रही हों अथवा वर्तमान में भाजपा की, देश के करोड़ों गरीबों, किसानों व मजदूरों का जीवन लगातार बदहाल व जटिल होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारें अपना रवैया बदले ताकि आने वाला वर्ष उनको कुछ राहत दे सके।