अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने रक्षा बिल के खिलाफ ट्रंप के वीटो को किया खारिज, जानिए कितने मतों से हुआ निष्प्रभावी
अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के दबदबे वाली प्रतिनिधि सभा ने रक्षा नीति विधेयक के खिलाफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वीटो को खारिज कर दिया है। प्रतिनिधि सभा के सदस्यों ने 87 के मुकाबले 322 मतों से राष्ट्रपति के वीटो को निष्प्रभावी किया। वीटो के विरोध में 109 रिपब्लिकन सदस्यों ने भी वोट दिया। बिल पर ट्रंप की आपत्ति को पूरी तरह से दरकिनार करने के लिए सीनेट से भी इसे दो-तिहाई बहुमत से पास होना आवश्यक है। अगर ऐसा हो जाता है तो ट्रंप के विरोध के बावजूद कानून बनने वाला यह पहला विधेयक होगा।
ट्रंप ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (NDAA) 2021 को यह कहते हुए वीटो कर दिया था कि इसमें ऐसे प्रावधान हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाएंगे। उनका मुख्य विरोध इंटरनेट मीडिया कंपनियों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाए जाने को लेकर था। एनडीएए में सुरक्षा बलों के वेतन में तीन प्रतिशत की वृद्धि और सैन्य कार्यक्रमों एवं निर्माण के लिए 740 अरब डॉलर से अधिक के खर्च का प्रावधान है।
सदन ने देश और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए किया संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वाह
प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा, ‘सदन ने देश और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वाह किया है। राष्ट्रपति द्वारा तमाम रोक लगाने के बावजूद एनडीएए को दोनों सदनों से साठ वर्षो के लिए पारित किया गया है।’
पेलोसी ने कहा कि राष्ट्रपति को कार्यकाल के आखिरी दौर में सदन के कामकाज में रोड़े नहीं अटकाने चाहिए। हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमिटी के चेयरमैन और सांसद एडम स्मिथ ने सीनेट में बहुमत दल के नेता मिक मैकोनल से इससे संबंधित प्रस्ताव जल्द लाने की अपील की है। सीनेट में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है। वर्ष 2016 में भी एक वक्त ऐसा आया जब संसद ने राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा लगाए गए वीटो को खारिज कर दिया था। ओबामा ने उस विधेयक पर वीटो लगाया था, जिसमें 11 सितंबर 2001 के पीडि़तों को सऊदी अरब की सरकार पर मुकदमा करने की अनुमति देने की बात कही गई थी।