भाजपा की प्राथमिकता में कॉरपोरेट घराने, किसानों की आवाज दबाने के लिए दमन का सहारा : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की प्राथमिकता में गरीब व किसान नहीं, बल्कि कॉरपोरेट घराने हैं। कड़ाके की ठंड में हजारों किसान खेती बचाने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। कई अपनी जान गवां बैठे हैं, लेकिन भाजपा सरकार को दिखाई-सुनाई नहीं दे रहा है। हद तो यह है कि एक ओर वार्ता का ढोंग किया जा रहा है, दूसरी ओर किसानों के आंदोलन को बदनाम किया जा रहा है। स्वयं प्रधानमंत्री, उनके मंत्री और भाजपा के छोटे-बड़े नेता कृषि सुधार अधिनियमों के पक्ष में स्वयं प्रचारक बनकर किसानों के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं।
अखिलेश ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों की आवाज दबाने के लिए दमन का सहारा लिया है। किसानों व उनके समर्थन में खड़े लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। किसान सड़क पर हैं, लेकिन मुख्यमंत्री और उनकी सरकार उड़ने का रिकॉर्ड बनाने में लगी है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि अब मुख्यमंत्री कार से चलने की घोषणा कर रहे हैं, लेकिन वह कहां और क्यों जा रहे हैं, यह दिशाहीनता राज्य को भारी पड़ेगी। चार वर्ष में उनके कामकाज का रिपोर्ट कार्ड शून्य रहा है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सत्ता के बलबूते किसानों के आंदोलन का दमन करने के लिए छल कपट की रणनीति अपनाए हुए है। समाजवादी पार्टी किसानों के सम्मान और अधिकारों की न केवल दृढ़ समर्थक है, बल्कि उनके लिए संघर्षशील भी है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में ही किसानों को सर्वाधिक लाभ मिले हैं।