मोदी कैबिनेट में इस बार रहेगी बिहार की धूम, पहले थे 4, अब बनेंगे ये 10 मंत्री
पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार केंद्र में एनडीए (NDA) की सरकार बनने जा रही है. वहीं इसी बीच बिहार के चौक-चौराहों समेत राजनीतिक गलियारे में चर्चा इस बात को लेकर तेज है कि इस बार बिहार की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए कितने सांसदों को मोदी कैबिनेट में जगह मिलेगी. सूत्रों के अनुसार इस बार मोदी मंत्रिमंडल में बिहार की हिस्सेदारी डबल डिजिट में होने की बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि पिछली बार जहां मोदी मंत्रिमंडल बिहार से 4 मंत्री शामिल थे. वहीं इस बार यह संख्या 10 हो सकती है. ऐसे में बीजेपी के साथ-साथ उनके सहयोगियों की भी बल्ले-बल्ले होने की उम्मीद जताई जा रही है.
मोदी कैबिनेट में बिहार के जातीय समीकरण का ध्यान रखते हुए मंत्रियों का चयन करने की बात सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार मोदी कैबिनेट में बिहार की अलग-अलग जातियों की भूमिका को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी
JDU के संभावित मंत्रियों की सूची
ललन सिंह: मुंगेर से एक बार फिर सांसद चुने गए ललन सिंह सवर्ण (भूमिहार) समुदाय से आते हैं. ललन सिंह जदयू में नीतीश कुमार के बाद दूसरे सबसे प्रभावशाली नेता माने जाते हैं. इनकी मंत्री बनने की संभावना सबसे अधिक है. ललन सिंह नीतीश कुमार के भी बेहद करीबी माने जाते हैं.
संजय झा: जदयू के राज्यसभा सांसद संजय झा और नीतीश कुमार के बेहद खास माने जाते हैं. संजय झा भी सवर्ण समाज से आते हैं . इनकी मंत्री बनने की संभावना भी काफी अधिक है. माना जाता है कि नीतीश कुमार और जेडीयू को फिर से बीजेपी के नजदीक लाने में संजय झा की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है जिसका इन्हें इनाम मिल सकता है.
दिलेश्वर कामत: इस बार जेडीयू कोटे से दिलेश्वर कामत को भी मौका मिल सकता है. दिलेश्वर कामत बेहद अनुभवी नेता माने जाते हैं. इस बार सुपौल से चुन कर आए हैं. दिलेश्वर कामत अति पिछड़ा समाज से आते हैं और इन्हें प्रशासनिक अनुभव का भी अच्छा खासा ज्ञान है. नीतीश कुमार अति पिछड़ा वोटर की अहमियत देख इन्हें मंत्री बना सकते हैं.
सुनील कुमार: बिहार में लव कुश समीकरण के महत्व को देखते हुए और इस बार के लोकसभा चुनाव में एनडीए से कुशवाहा वोटर की नाराज़गी को दूर करने के तहत सुनील कुमार को मंत्री मंडल में शामिल करवा सकते हैं. सुनील कुमार वाल्मीकि नगर से सांसद चुन कर आए हैं. वह कुशवाहा जाति से आते हैं और नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं.
रामनाथ ठाकुर: कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया है. कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर जदयू से राज्य सभा सांसद हैं. माना जा रहा है कि बिहार में अति पिछड़ा समाज के वोट को देखते हुए रामनाथ ठाकुर को भी मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है ताकि बिहार के साथ साथ देश की जनता को भी मैसेज दिया जा सके.
चिराग और मांझी भी होंगे मंत्रिमंडल में शामिल
वहीं जेडीयू के अलावा मोदी मंत्रिमंडल में बीजेपी के अन्य दो सहयोगी दलों के नेताओं का भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है. चिराग पासवान जिनकी पार्टी LJPR ने इस बार शानदार प्रदर्शन किया है और उनके पांचों उम्मीदवार सांसद चुनकर आए हैं. एनडीए में अब चिराग की भूमिका और बढ़ गई है. माना जा रहा है कि चिराग मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं. वहीं गया सांसद जीतन राम मांझी को भी मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिलना तय है. वह दलित समुदाय से आते हैं. ऐसे में बिहार में आने वाले साल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मांझी की भूमिका और भी बढ़ जाएगी. जीतन राम मांझी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है.
BJP के संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट
गोपाल जी ठाकुर: दरभंगा से जीतने वाले गोपाल जी ठाकुर ब्राह्मण जाति से आते हैं. ब्राह्मण जाति को साधने और मिथिलांचल क्षेत्र का ध्यान रखते हुए गोपाल जी ठाकुर को बीजेपी कोटे से मंत्री बनाए जाने की चर्चा काफी तेज है.
राजीव प्रताप रूडी: वहीं इस बार सीरण से जीतने वाले राजीव प्रताप रूडी मंत्री बनने के रेस में आगे आ गए हैं. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को हराने के बाद शायद उन्हें मंत्री बनाया जाए.
राजभूषण चौधरी: मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से पहली बार जीत दर्ज करने वाले राज भूषण चौधरी का दावा भी जातीय समीकरण के हिसाब से कुछ मजबूत नजर आ रहा है. क्योंकि, चौधरी निषाद जाति से आते हैं और माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव के साथ मिलकर मुकेश सहनी ने बीजेपी ने निषाद वोट बैंक में जबरदस्त सेंधमारी की है. ऐसे में राज भूषण चौधरी को केंद्र में राज्य मंत्री बनाया जा सकता है.
संजय जायसवाल: पूर्वी चंपारण सीट के बगल वाली सीट पश्चिम चंपराण लोकसभा सीट पर जीतने वाले डॉ संजय जयसवाल इस बार कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं, हालांकि, इसकी चर्चा बहुत कम हो रही है. लेकिन, डॉक्टर संजय जयसवाल का मंत्री बनने का ख्वाब इस बार पूरा हो सकता है. जयसवाल लगातार लोकसभा चुनाव जीत रहे हैं. साथ ही जयसवाल बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर भी काम करने का लंबा अनुभव है. ऐसे में माना जा रहा है बनिया वोट बैंक को साथ रखने के लिए जयसवाल को इस बार कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं इनके अलावा बीजेपी कोटे से नित्यानन्द राय, गिरिराज सिंह, प्रदीप सिंह , विवेक ठाकुर को मंत्री बनाए जाने की चर्चा चल रही है.
पिछली बार थे बिहार से इतने मंत्री
बता दें, मोदी कैबिनेट में इससे पहली की एनडीए की सरकार में चार मंत्री शामिल थे. मोदी कैबिनेट में नित्यानंद राय, गिरिराज सिंह, आरके सिंह और अश्वनी चौबे मंत्री रहे थे. वहीं मोदी मंत्रिमंडल में इस बार करीब 10 मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है.