आगरा: आगरा के बेहद सामान्य परिवार में रहने वाले 17 साल के कन्हैया कुमार ने यूएन में भारत का परचम लहराया है है. 8 मई को संयुक्त राष्ट्र संघ न्यूयॉर्क में सभी राष्ट्रों के यूथ एंड सोशल एक्टिविस्ट का चयन हुआ. जिसमें 193 देशों के युवाओं ने भाग लिया. भारत की तरफ से आगरा नरीपुर के रहने वाले 17 साल के कन्हैया कुमार का चयन हुआ. कन्हैया कुमार ने 8 मई को वर्चुअल माध्यम से यूएन में अपना भाषण दिया. भाषण में उन्होंने दुनिया में जलवायु परिवर्तन व मानव संकट पर अपने विचार रखे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं सम्मानित .
आगरा नरीपुरा के रहने वाले 17 साल के कन्हैया कुमार बताते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें उनके कामों के लिए सम्मानित किया है. पिछले दिनों 8 मई को उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ न्यूयॉर्क में आयोजित बैठक में ऑनलाइन माध्यम से लगभग डेढ़ मिनट का भाषण दिया. भाषण में उन्होंने जलवायु परिवर्तन और मानव संकट पर आई त्रासदी के बारे में अपने विचार रखे. यह अनुभव उनके लिए बेहद खास था. उन्हें बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया और संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच पर उन्होंने अपने विचार रखे.
देश की राजनीति का हिस्सा बनना चाहते हैं कन्हैया कुमार .
कन्हैया कुमार डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से राजनीतिक विषय की पढ़ाई कर रहे हैं. उनके पिता विजेंद्र कुमार एक पेंटर हैं. कन्हैया कुमार बेहद सामान्य परिवार से हैं. लेकिन उनके इरादे बेहद मजबूत और बड़े हैं. लॉकडाउन के समय में उन्होंने सैनिटाइजेशन, गरीबों को भोजन वितरण, सड़क सुरक्षा, यमुना की सफाई जैसे सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सितंबर 2023 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें राष्ट्रपति भवन बुलाकर सम्मानित भी किया. पीएम ने उन्हें माय गवर्नमेंट आगरा का ब्रांड एंबेसडर भी नियुक्त किया है. कन्हैया कुमार केंद्र की योजनाओं को आम जनता से लेकर छात्र-छात्राओं के बीच में पहुंचाते हैं. पिछले 4 सालों से वह इस काम में लगे हुए हैं. कन्हैया कुमार देश की सक्रिय राजनीति में हिस्सेदारी लेना चाहते हैं. इसीलिए उनका सपना है कि वह मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बनकर संसद पहुंचंे. इस काम में उनके मित्र रोहित माहौर, आदित्य धनराज उनकी मदद करते हैं.