हीरामंडी’ के लिए 300 से ज्यादा कॉस्ट्यूम किए गए थे तैयार
नई दिल्ली. सेट से लेकर कॉस्ट्यूम और जूलरी तक, फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली कहानी में वास्तविकता लाने के लिए जो कुछ भी करते हैं, वह शानदार है. भारी भरकम बजट में बनीं वेब सीरीज, जिसके लिए उन्होंने सालों मेहनत की. जिस बजट और ग्रैंड स्केल का काम सिनेमा के पर्दे पर देखने को मिलता है, वो संजय लीला भंसाली ने लोगों को फोन और टीवी स्क्रीन के लिए करवा डाला. किसी को कास्ट पसंद आ रही है, किसी को कहानी में दम लगा है. इन चीजों के साथ भंसाली ने ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ में किरदारों के लुक्स पर भी विशेष ध्यान दिया और इसका जिम्मा डिजाइनर जोड़ी रिम्पल और हरप्रीत को सौंपा गया था.
डायरेक्टर की पहली सीरीज ‘हीरामंडी’ के लिए रिम्पल और हरप्रीत ने 300 से ज्यादा कॉस्ट्यूम तैयार की. उन्होंने हर एक आउटफिट को डिकोड किया और खुलासा किया है कि इसे बनाते समय उन्होंने किन-किन बातों का ध्यान रखा.
हरप्रीत ने कहा कि कॉस्ट्यूम तैयार करने में, उन्होंने उनकी सुंदरता को बढ़ाने के लिए अलग-अलग टेक्निक का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि बॉडी फॉर्म्स को हाइलाइट करने और स्क्रीन पर उनकी उपस्थिति को बढ़ाने के लिए ब्रॉड नेकलाइन को चुना गया. इन नेकलाइन्स में शानदार जूलरी को प्रदर्शित करने के लिए स्पेस था, जिससे उनके आउटफिट्स में खूबसूरती की एक और परत जुड़ गई.
रिम्पल ने फुल स्लीव्स के महत्व के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि हमने वेश्याओं के किरदार के अनुरूप फुल स्लीव्स का विकल्प चुना, जो हर सीन में एक्ट्रेसेस की प्रभावशाली उपस्थिती में योगदान देती है.
हरप्रीत ने बताया कि शरीर के नेचुरल आकार को बढ़ाने के लिए, हमने बड़ी संख्या में चोली-कट अनारकली को शामिल किया. ये डिजाइन शरीर के आकार को उभारते हैं और कामुकता और स्त्रीत्व को दर्शाते हैं.
अपनी क्रिएशन में ट्रेडिशनल मारोरी वर्क को उजागर करने के लिए जाने जाने वाले, डिजाइनर जोड़ी ने बताया कि प्रत्येक आउटफिट को बहुत सावधानीपूर्वक तैयार किया गया. अनारकली ड्रेस को ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ में वह प्रसिद्धि मिली, जिसकी वह हकदार थी. रिम्पल ने कहा कि वे अनारकली की स्थायी सुंदरता में विश्वास करती हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे हमारे स्टोर कलेक्शन में प्रमुख बने रहें, मॉर्डन के साथ-साथ ट्रेडिशनल इंडियन फैशन को प्रस्तुत करते हैं.