हाल ही में यह आशंका ज्यादा बढ़ी है कि एआई तेजी से लोगों की नौकरियां खाने लगेगा
क्या आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस वास्तव में जल्दी ही इंसानों की नौकरियां खाने लगेगी. यह सवाल नया नहीं है, लेकिन हाल ही में इसे पूछने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है. ऐसा चैटजीटीपी की बेमिसाल सफलता और हाल ही में गूगूल के नए चैटबॉट जेमिनी के आने से लोगों की चिंताएं बढ़ी है. ऐसे में मंगल ग्रह पर जाने की तैयारी कर रहे स्पेस एक्स के मालिक एलन मस्क इस पर क्या कहते हैं यह तो सभी जानन चाहते हैं. हाल ही में मस्क के सामने यह सवाल आया. उन्होंने प्रौद्योगिकी को अपना ‘सबसे बड़ा डर’ बताते हुए कहा है कि एआई के कारण भविष्य में ‘शायद हममें से किसी के पास नौकरी नहीं होगी’.
टेक दिग्गज पेरिस में वीवाटेक 2024 में बोल रहे थे. उन्होंने चेतावनी दी और कहा कि अगर एआई ने कार्यभार संभाल लिया तो ‘जीवन का कोई मतलब होगा’ या नहीं, इस बारे में वह निश्चित तौर पर कुछ नहीं कह सकते . मस्क ने कॉन्फ्रेंस में वीडियोकॉल के जरिए कहा, “अगर आप ऐसी नौकरी करना चाहते हैं जो एक शौक की तरह हो, तो आप नौकरी कर सकते हैं. नहीं तो एआई और रोबोट आपको कोई भी सामान और सेवाएं प्रदान करेंगे जो आप चाहते हैं.”
स्पेस एक्स के सीईओ ने मंगल ग्रह पर उपनिवेश बनाने की योजना का उल्लेख किया और कहा कि उनकी ‘सबसे बड़ी उम्मीद मंगल ग्रह है, मेरा सबसे बड़ा डर एआई है.’ 52 वर्षीय मस्क ने यह भी सवाल किया कि क्या इंसान नौकरी और करियर के बिना जीवन से संतुष्ट होंगे.
उन्होंने कहा कि यदि कंप्यूटर और रोबोट हर काम आपसे बेहतर कर सकते हैं, तो क्या आपके जीवन का कोई अर्थ है? उन्होंने हाल ही में यह भी दावा किया था कि ‘2025 के अंत तक AI किसी भी इंसान से ज्यादा स्मार्ट हो जाएगा.
एआई विशेषज्ञ और नीतिशास्त्री नेल वाटसन ने कहा कि एआई की अब तक की तेजी से वृद्धि से संकेत मिलता है कि यह हमारी बुद्धिमत्ता के स्तर को पार कर सकता है. एक साल एक छोटी समय सीमा है, लेकिन याद रखें कि चैटजीपीटी की सफलता के केवल 15 महीने ही बीते हैं, जिसने एआई को सार्वजनिक चेतना में धकेल दिया.”