सेकंड हैंड गाड़ी खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान
झांसीः चार पहिया गाड़ी खरीदना हर किसी का सपना होता है. जो लोग नई गाड़ी खरीद नहीं पाते हैं. वह सेकंड हैंड गाड़ी का ऑप्शन तलाशते हैं. लेकिन, सेकंड हैंड गाड़ी खरीदते समय अगर कुछ खास बातों का ध्यान ना रखा जाए तो खरीदने वाले व्यक्ति को भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. अगर ध्यान ना दिया जाए तो संभव है कि कोई आपको चोरी की गाड़ी भी बेच दिया. सेकंड हैंड गाड़ी खरीदते समय कौन सी बातों का ध्यान रखा जाए यह झांसी के एआरटीओ डॉ. सुजीत सिंह ने बताया.
डॉ. सुजीत सिंह ने बताया कि सेकंड हैंड गाड़ी खरीदते समय सभी कागज जरुर चेक कर लें. कार की हिस्ट्री को जरुर वेरिफाई कर लें. यह चेक कर लें की गाड़ी किसी कानूनी उलझन में ना हो. कार की सर्विसिंग और रिपेयर हिस्ट्री देख लें. ओनरशिप और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट को ध्यान से चेक करें. इस बात का ध्यान रखें वीआईएन और इंजन नंबर में किसी तरह का अंतर न हो. लोन एनओसी और इंश्योरेंस रिकॉर्ड जैसे डॉक्युमेंट्स की भी जांच कर लें. कार के इंश्योरेंस को भी अपने नाम पर ट्रांसफर कर लें.
कार की भी कर लें जांच
डॉ. सुजीत सिंह ने कहा कि सेकंड हैंड कार खरीदते समय सिर्फ बाहरी बॉडी को देखकर फैसला ना लें. कार की ब्रेक, सस्पेंशन, एक्सल, आदि की भी जांच कर लें. कार को किसी एक्स्पर्ट से जरुर चेक करवा लें. अगर ऐसा नहीं करवाते हैं तो बाद में इंजन ब्रेकडाउन की वजह से आपको कोई परेशानी उठानी पड़ सकती है. यह भी सुनिश्चित कर लें कि ओडोमीटर के साथ भी कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है. ऐनालोग मीटर को भी चेक कर लें.