सीतापुर के काशीराम हत्याकांड का राजफाश, हाथरस के शूटर लोकेंद्र ने मारी थी गोली
13 नवंबर को अटरिया के उनई गांव के काशीराम विश्वकर्मा को बाइक सवार दो बदमाशों ने उसे घर से बुलाकर गांव के बाहर गोली मार दी थी। घटना में काशीराम की मौके पर ही मौत हो गई थी। बुधवार को इस पूरे घटनाक्रम का एसपी ने राजफाश किया है। कासगंज जिले के रेखपुर गांव निवासी शिवम सिंह पुत्र अनार सिंह और हाथरस जिले के थाना शासनी के बांधनू गांव के लोकेंद्र सिंह उर्फ नेहना पुत्र महावीर सिंह को गिरफ्तार किया है।
एसपी ने बताया, ये दोनों आरोपित आपस में मित्र हैं। इनमें शिवम सिंह उस महिला का दामाद है, जिससे काशीराम के अवैध संबंध थे। इसी बात से शिवम सिंह क्षुब्ध रहता था। जिसके चलते शिवम सिंह काशीराम विश्वकर्मा की हत्या की साजिश रची थी, जिसमें वह कामयाब भी हुआ। एसपी ने बताया, नोएडा में शिवम निजी कंपनी में नौकरी करता है, जबकि लोकेंद्र सिंह ऑटो रिक्शा चलाता है। शिवम अपने दोस्त के साथ 13 नवंबर को नोएडा से बाइक से उनई गांव आया था। वहीं, शाम साढ़े सात बजे के दौरान किसी के माध्यम से उसने 50 वर्षीय काशीराम को उसके घर से गांव के बाहर बुलाया और उसके अवैध तमंचे से गोली मार दी थी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
भाड़े का हत्यारा है लोकेंद्र, अलीगढ़ व हाथरस जिले में हैं मुकदमे
एसपी ने बताया, दोनों आरोपितों को बुधवार दोपहर हरदोई के थाना अतरौली के बुढ़वा गांव से धर दबोचा गया है। आरोपितों के द्वारा घटना में प्रयोग की गई बाइक और दो अवैध तमंचा बरामद हुए हैं। उनका कहना है कि आरोपित लोकेंद्र अभ्यस्त अपराधी एवं भाड़े का हत्यारा भी है। इसके विरुद्ध अलीगढ़ और हाथरस जिले के थानों में हत्या सहित कुल सात मुकदमे दर्ज हैं।
इन्होंने दबोचे आरोपित
अटरिया थानाध्यक्ष बृजेश कुमार राय और स्वाट एवं सर्विलांस टीम प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह।