ये है दुनिया की सबसे महंगी चाय, एक कप चाय की कीमत में आ जाएंगी कई कारें
आमतौर पर भारत में एक कप चाय की कीमत 10 रुपये से शुरू होती पर दुनिया में चाय की कुछ किस्में ऐसी हैं जिनकी एक घूंट भी लाखों रुपये की होती है। आज यानी 29 अक्टूबर को गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र (जीटीएसी) ने चाय पत्ती की विशेष किस्म मनोहारी गोल्ड की बिक्री 75000 प्रति किलोग्राम की दर से की है। बता दें दुनिया में सबसे ज्यादा चाय का उत्पादन चीन में होता है और इस मामले में दूसरे नंबर पर भारत है। हम आपको दुनिया की सबसे महंगी चाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी कीमत में कई कारें आ जाएंगी…
साढ़े 8 करोड़ रुपये में एक किलो चाय
Teabloom की एक रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक दुनिया की सबसे महंगी चाय दा हॉन्ग पाओ टी है। चीन के वूईसन इलाके में मिलने वाली इस बेहद खास किस्म की चाय को संजीवनी बूटी माना जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस चाय को पीने से इंसान कई बड़े रोगों से मुक्त हो सकता है। इस चाय की कीमत करीब साढ़े 8 करोड़ रुपये प्रति किलोग्राम है। यानी दुनिया की सबसे लग्जरी कार रोल्स रॉयस के गोस्ट मॉडल की कीमत से भी ज्यादा। इतनी कीमत में आप बड़े आराम से दिल्ली-एनसीआर जैसे इलाकों में 50 लाख रुपये की कीमत वाले 16 फ्लैट खरीद सकते हैं।
एक कप चाय की कीमत करीब 14 हजार रुपये
चाय की तरह दिखने वाली तैगुआनइन टी का नाम बौद्ध गुरु तैगुआनइन के नाम पर रखा गया था। ब्लैक और ग्रीन टी से को मिलाकर बनी और बेहद अलग स्वाद वाली यह चाय दुनिया की सबसे कीमती चाय की सूची में शामिल है। इसकी पत्ती सात बार बनने पर भी अपना स्वाद नहीं छोड़ती।
वहीं दुनिया की सबसे महंगी चाय में एक नाम पांडा डंग टी का भी है। इस चाय को उगाने के लिए जिस खाद का इस्तेमाल किया जाता है, उसमें पांडा का मल शामिल होता है। इसके एक कप चाय की कीमत करीब 14 हजार रुपये बताई जाती है।
चाय की कीमत 9 लाख प्रति किलोग्राम
ब्रिटिश टी कंपनी पीजी टिप्स के संस्थापक के 75वें जन्मदिन के मौके पर कुछ खास करने के लिए इस टी बैग को तैयार किया गया था। टी-बैग में 280 हीरे जुड़े होते हैं। इस चाय की कीमत 9 लाख प्रति किलोग्राम है। चीन में ही कभी विंटेज नार्किसस चाय के बागान हुआ करते थे, जिनका अस्तित्व खत्म हो चुका है, लेकिन आखिरी बार जब ये चाय बिकी थी तब इसकी कीमत 5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम थी।
सिंगापुर की यलो गोल्ड बड्स चाय की पत्तियां पीली होती है और बनने के बाद इसका रंग सुनहरा हो जाता है। साल में इसे सिर्फ एक बार ही तोड़ा जाता है। इसकी कीमत करीब 2 लाख रुपये प्रति किलोग्राम बताई जाती है। पू पू पु-एर ताईवान के किसान कीड़ों के मल को इकट्ठा करके इस चाय को तैयार करते हैं। इस चाय को 70 हजार रुपये प्रतिकिलो बेचा गया था।