मध्य प्रदेश: बांग्लादेशी लड़कियों को लाकर सेक्स रैकेट चलाता था, फिर देता था ऐसा ड्रग्स कि…
सेक्स रैकेट के लिए बांग्लादेश से अगवा कर इंदौर लाईं गईं लड़कियों को नशे के लिए ड्रग्स उपलब्ध कराने वाला सरगना सैंडो उर्फ सागर जैन को विजय नगर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वह अपनी गर्लफ्रेंड के फ्लैट में छिपा था। टीआई तहजीब काजी के मुताबिक, सैंडो अपना मोबाइल छिपा चुका था। एक नए नंबर से कभी-कभी वॉट्सऐप कॉलिंग करता था। आरोपी ने कबूला कि वह बांग्लादेशी लड़कियों को एमडीएमए ड्रग्स देता था, ताकि वे स्कैंडल से बाहर नहीं जाएं। उसने बताया कि वह मुंबई से ही एमडीएमए ड्रग्स लाता था। शुरुआत में लड़कियों को मुफ्त में नशा देता था। बाद में इनकी कीमत वसूलता था।
आरोपी ने यह भी कबूला कि उसके संपर्क में अभी भी 20 से ज्यादा सेक्स वर्कर हैं। अधिकांश दिल्ली, हरियाण, पंजाब और विदेश की हैं। उधर, इवेंट के बहाने बांग्लादेशी लड़कियों को अपहरण कर इंदौर लाकर स्कैंडल संचालित करने वाली गैंग के फरार आरोपी राज को भी गाजियाबाद से पकड़ा है। बीते 21 सितंबर को 2 लड़कियों की शिकायत के बाद इंदौर पुलिस ने एक सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया था। ये रैकेट बांग्लादेशी युवतियों को अवैध तरीके से भारत लाकर उनसे प्रॉस्टिट्यूशन करवाता था। जिसमें पुलिस ने एक्शन लेते हुए 20 से ज्यादा लड़कियों को उनके गिरोह के चंगुल से छुड़वा लिया था। इसी गिरोह के 10 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था और तब से ही वे मुख्य आरोपियों की तलाश में जुटे हुए थे।
क्या है एमडीएमए ड्रग?
एमडीएमए एक सिंथेटिक ड्रग्स है, जिसका इस्तेमाल उत्तेजना बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसे एक्सटेसी और म्याऊं-म्याऊं के कोड नेम से जाना जाता है, ड्रग्स लेने के बाद दिमाग में नशा चढ़ जाता है। यहां तक कि ज्यादा मात्रा में लेने से इंसान की जान भी जा सकती है। नाइजीरिया और अफगानिस्तान में उगाई जाने वाली इस ड्रग को पानी में घोल कर इंजेक्शन के जरिए लिया जाता है।