पहले माता के भक्तों पर आतंकी हमला, फिर मोदी को बधाई… वाह रे पाकिस्तान
नई दिल्ली: पाकिस्तान को यूं ही आतंकियों का आका नहीं कहा जाता है. पाकिस्तान इंटरनेशनल मंच पर भारत के हाथों बार-बार मुंह की खाता है. इसके बाद भी वह आतंकवाद को पाल-पोस रहा है. पाकिस्तान हाथी के दांत की तरह है- खाने के और… दिखाने को और. एक ओर उसके आतंकियों ने जम्मू में माता वैष्णो देवी के भक्तों पर गोलियां बरसाईं. और अब पाकिस्तान मोदी को जीत की बधाई दे रहा है. मोदी को जीत की बधाई देकर पाकिस्तान भले ही अच्छा बन ले, मगर हकीकत तो यही है कि उसके कलेजे पर सांप लोट गया होगा. जम्मू के रियासी में यह आतंकी हमला उस दिन हुआ, जब नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे.
पीएम मोदी ने लगातार तीसरी बार रविवार को पीएम पद की शपथ ली. पीएम मोदी के शपथ के बाद पाकिस्तान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का संदेश आया. रियासी आतंकी हमले पर जब पाकिस्तान के हाथ की बात सामने आई तो शहबाज शरीफ ने मोदी को बधाई दी. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा- ‘भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने पर नरेन्द्र मोदी को बधाई.’ भाजपा की हैट्रिक जीत पर कई पड़ोसी देशों मसलन श्रीलंका, नेपाल और भूटान ने बधाई दी थी. मगर पाकिस्तान और चीन ने बधाई नहीं दी. पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाया गया था. भारत ने पड़ोसी देशों नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव, मॉरिशस समेत सभी पड़ोसियों को बुलाया था. बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना भी समारोह में आई थीं.
रियासी में आतंकी हमला
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को ऐसे वक्त में बधाई दी है, जब पाकिस्तानी आतंकियों ने रविवार को माता के भक्तों को बड़ा जख्म दिया है. रियासी आतंकी हमले के पीछे आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ और पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट है. इन दोनों ने हमले की जिम्मेदारी ली है. इन दोनों आतंकी संगठनों के आका पाकिस्तानी हैं. पाकिस्तानी आतंकियों ने इस आतंकी संगठन की मदद से रियासी आतंकी हमले को अंजाम दिया है. ये आतंकी सीमा पार करके पाकिस्तान से कश्मीर में घुसे थे.
पाकिस्तान से आए थे आतंकी
सूत्रों की मानें तो रियासी हमले को अंजाम देने वाले ये आतंकी पाकिस्तान के रास्ते होते हुए पहले सांबा पहुंचे थे, जहां से भेष बदलकर वो चोरी छिपे राजौरी गए और वहां कुछ दिनों तक रुके रहे. फिर सुरक्षाकर्मियों की नज़र से बचते-बचाते ये आतंकी रियासी पहुंचे और तीर्थयात्रियों से भरी बस को निशाना बनाया और फिर हमले के बाद दोबारा आतंकी राजौरी भाग गए. यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान अपनी धरती का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए करने देता है. वहां न केवल आतंकी कैंप होते हैं, बल्कि पाकिस्तान उन्हें फंडिंग भी मुहैया कराता है.
मोदी के शपथ वाले दिन क्या हुआ?
दरअसल, जिस दिन मोदी का शपथ ग्रहण समारोह था, आतंकियों ने उसी दिन को चूनकर हमला किया. जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे बस खाई में गिर गई. इस इस घटना में तीन महिलाओं समेत नौ लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हुए हैं.