जेल से छूटते ही दिखा धनंजय सिंह का रुतबा, बरेली से निकले जौनपुर, बोले- पत्नी के लिए करूंगा प्रचार
बरेली जेल में बंद जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह बुधवार को बरेली सेंट्रल जेल से जमानत पर छूट कर बाहर आए। जेल से बाहर निकलते ही धनंजय सिंह का रुतबा देखने को मिला।
धनंजय सिंह की रिहाई की सूचना मिलने के बाद काफी संख्या में उनके समर्थक बरेली सेंट्रल जेल पहुंचे थे। जेल से बाहर निकालने के बाद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए धनंजय सिंह ने कहा कि उन्हें फर्जी मुकदमे में सजा हुई थी।
ऐसे में हाईकोर्ट ने उन्हें बिल दे दी है। धनंजय सिंह ने यह भी कहा कि मेरी पत्नी जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रही है ऐसे में बरेली से सीधे जौनपुर जाऊंगा और अपने पत्नी के लिए चुनाव प्रचार करूंगा।
दरअसल, अभी चार दिन पहले ही धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। जिस दिन पहले धनंजय सिंह को जौनपुर से पुलिस सुरक्षा में लेकर बरेली जेल में शिफ्ट किया जा रहा था उसी दिन धनंजय सिंह को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
जमानत मिलने के बाद प्रक्रिया पूरी होने पर बुधवार को धनंजय सिंह जेल से बाहर आए। जेल से बाहर आने के बाद अपने समर्थकों के साथ वाहनों के काफिले संग धनंजय सिंह बरेली सेंट्रल जेल से सड़क मार्ग से जौनपुर के लिए प्रस्थान कर गए।
6 मार्च को कोर्ट ने सुनाई थी सजा दरअसल, इंजीनियर अभिनव सिंघल के अपहरण और रंगदारी के के मामले में जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा 6 मार्च को धनंजय सिंह को 7 साल की सजा सुनाई गई थी। धनंजय सिंह पर आरोप था कि 10 में 2020 को जौनपुर के लाइन बाजार में धनंजय सिंह के समर्थकों ने इंजीनियर अभिनव सिंघल का अपहरण कर लिया था।
आरोपी अभी था कि अपहरण करने के बाद लोग धनंजय सिंह के घर ले गए जहां पिस्तौल सटाकर अभिनव सिंघल को धमकी दी गई और रंगदारी की डिमांड भी की गई थी। इसी मामले में एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा 6 मार्च को धनंजय सिंह को दोषी कर देते हुए 7 साल की कारावास की सजा सुनाई गई थी।
पत्नी जौनपुर से बसपा की टिकट पर लड़ रही हैं चुनाव जेल जाने से पहले जौनपुर लोकसभा सीट से धनंजय सिंह चुनाव मैदान में उतरने वाले थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे लेकर ऐलान भी किया था। हालांकि जेल जाने के बाद वह चुनाव नहीं लड़ पाए।
इधर बहुजन समाज पार्टी द्वारा धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को जौनपुर लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान प्रत्याशी बनाया गया है। श्रीकला रेड्डी को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अब जौनपुर का सियासी समीकरण काफी बदला नजर आ रहा है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जौनपुर लोकसभा सीट पर इस बार लड़ाई बड़ी दिलचस्प होने वाली है। कारण है कि जहां बसपा से श्रीकला रेड्डी मैदान में है वहीं भारतीय जनता पार्टी द्वारा कृपा शंकर सिंह और तरफ समाजवादी पार्टी द्वारा बाबू सिंह कुशवाहा को चुनाव मैदान में उतारा गया है।