गिरावट से उबरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 40000 के करीब, निफ्टी 11700 के पार
शेयर बाजार अब सुबह की गिरावट से ऊपर चुका है। दोपहर 2 बजकर 38 मिनट पर सेंसेक्स 333.86 अंकों की बढ़त के साथ 39,947.93 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी भी 64.50 अंकों की बढ़त के साथ 11,706.90 पर पहुंच गया है। बता दें आज हरे निशान के साथ कारोबार की शुरुआत की, लेकिन जल्द ही यह तेजी कायम नहीं रह पाई। शेयर बाजार में यह तेजी बैंकिंग स्टॉक में जोरदार लिवाली की वजह से दिख रही है। वहीं आज डॉलर के मुकाबले रुपया 33 पैसे कमजोर होकर 74.10 के मुकाबले 74.43 पर बंद हुआ है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की गहमागहमी के बीच नवंबर के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 266 अंकों की तेजी के साथ 39,880.38 के स्तर पर खुला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी की शुरुआत भी हरे निशान के साथ हुई। आज निफ्टी 11,697.35 के स्तर पर खुला। रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और इन्फोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट से सोमवार को सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 139 अंक से अधिक नीचे आ गया। विदेशी कोषों की निकासी से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
कारोबारियों ने कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर निवेशकों ने सतर्कता का रुख अपनाया हुआ है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती आधे घंटे में ही करीब 473 अंक ऊपर-नीचे हुआ। बाद में यह 139.36 अंक या 0.35 प्रतिशत के नुकसान से 39,474.71 अंक पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 41.85 अंक या 0.36 प्रतिशत के नुकसान से 11,600.55 अंक पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक5 प्रतिशत नीचे आ गया। एचसीएल टेक, टीसीएस, एशियन पेंट्स, बजाज ऑटो, इन्फोसिस और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर भी नुकसान में थे। वहीं दूसरी ओर आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, भारती एयरटेल और एसबीआई के शेयर करीब पांच प्रतिशत के लाभ में थे।
बीते सप्ताह का हाल
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2.63 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 2.41 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, इसके साथ ही विश्लेषकों का मानना है कि कंपनियों के उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों तथा आर्थिक आंकड़ों में सुधार से बाजार को समर्थन मिलेगा। सप्ताह के दौरान पंजाब नेशनल बैंक तथा एचडीएफसी जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा वाहन बिक्री के आंकड़ों से भी बाजार को दिशा मिलेगी।