16 May, 2024 (Thursday)

कोरोना पर विपक्ष की खोखली राजनीति व कांग्रेस षासित राज्य बेनकाब

कोरोना पर विपक्ष की खोखली राजनीति व कांग्रेस षासित राज्य बेनकाब

जब से कारोना की दूसरी लहर का देष पर हमला हुआ है और पूरा देष तथा विष्व कोरोना के खिलाफ पूरी एकजुटता के साथ जंग लड़ रहा है उस समय जब कांग्रेस व विरोधी दलों के नेताआंे को षांत होकर पूरी एकुटता के साथ सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए था उस समय यह नेता टिवटर पर ही रोज राजनीति कर रहे हैं। राहुल गांधी रोज सरकार के सिस्टम को फेल तो बता रहे हैं लेकिन वह समस्या का समाधान नहीं बता रहे अपितु समस्या का विकराल रूप बताकर देष को बदनाम करने की साजिष अधिक रच रहे हैं। राहुल गांधी एंड कंपनी चाहती है कि मोदी सरकार की छवि खराब हो लेकिन वह हो नहीं पा रही क्योंकि देष की जनता को मोदी जी के नेतृत्व पर पूरा भरेासा है, था और रहेगा। जबकि राजनैतिक वास्तविकता यह है कि कांग्रेस को ही राहुल गांधी व गांधी परिवार पर भरोसा नहीं रह गया है। राहुल गांधी व प्रियंका गांधी समझ रहे हैं कि टिवटर पर रोज टिवट करके देष की जनता को गुमराह किया जा सकता है देष में अराजकता मचायी जा सकती है, यह संभव नहीं है क्योंकि पूरा देष अच्छी तरह से गांधी परिवार की योग्यता को समझ गया है।
राहुल गांधी आज कह रहे हैं कि सिस्टम फेल हो गया है। हां सिस्टम ! फेल तो हो गया है लेकिन कांग्रेस षासित राज्यों पंजाब , राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे कांग्रेस षासित राज्यांेे का। एनडीए षासित राज्य सरकारों की तुलना में कांग्रेस और यूपीए की राज्य सरकारों में हालात काफी खतरनाक हंै। देष में कोरोना के सक्रिय और मरने के मामले उन राज्योें में सबसे ज्यादा हंैं जहां कांग्रेस और यूपीए की राज्य सरकारें हैं। पूरे देष में सक्रिय मामलोें की संख्या 27,65490 और मौतों का आंकड़ा 1,93,055 है जिनमें यूपीए षासित राज्यों सक्रिय मामले 1642080(59 प्रतिषत) और मौतोें के आंकड़े 1,27,250(66 प्रतिषत) हंै। इनमें कांग्रेस षासित राज्योें में कोरोना के सक्रिय मामले 1046302(38प्रतिषत) और मौतों के आंकड़े 84,884(44 प्रतिषत) हैं। हैरानी की बात है कि यूपीए षासित राज्यों में जनसंख्या 44 प्रतिषत और कांग्रेस षासित राज्यों की जनसंख्या 22 प्रतिषत है। जबकि एनडीए षासित राज्योें की जनसंख्या 56 प्रतिषत है।
प्रति दस लाख जनसंख्या पर भी यूपीए कांग्रेस और एनडीए षासित राज्यों में सक्रिय मामले और मौतोे के आंकड़ों में भी काफी अंतर है। प्रति दस लाख की जनसंख्या पर यूपीए षासित राज्यों में सक्रिय मामले 3547 और मौतांेे का आंकड़ा 288 है। जबकि एनडीए षासित राज्यों में सक्रिय मामले 1494 और मौतों के आंकड़े 88 हंै। यह आंकड़े ही सारी तस्वीर बयां कर रहे हैं। यूपीए और एनडीए षासित राज्यांे की तुलना में कांग्रेस षासित राज्यो में हालात बहुत खराब हैं। कांग्रेस षासित राज्यो की नाकामी का खामियाजा पूरा देष भुगत रहा है। आंकड़ें खुद गवाही दे रहे हंैं कि कांग्रेस षासित राज्यों की लापरवाही, राजनीति ,दुष्प्रचार का खामियाजा इन राज्योें की जनता को भुगतना पड़ रहा है। राहुल गांधी कह रहे हैं कि सिस्टम फेल हो गया है हां राहुल जी सिस्टम तो फेल तो हो गया है लेकिन पहले अपने गिरेबां में झांके।
छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर ,दुर्ग जैसे षहरों में आधी -आधी रात तक एक अस्पताल से दूसरंे अस्पताल तक धक्के खाते मरीज और उनके परिजन राजधानी रायपुर के अस्पताल के बाहर दिन भर बेड की उम्मीद थरथराते, कांपते, हांफते और एक -एक सांस के लिए तड़पते दम तोड़ते कोरोना संक्रमितों की दिल दहला देने वाले दृष्य क्या झूठे हैं ? राहुल और प्रियंका जी, वहां पर बीजेपी की सरकार नहीं है। आप विदेषी समचार पत्र पढ़ते हैं। बीबीसी लिख रहा है कि, “कोरोना से छत्तीसगढ़ बेहाल, मरीज परेषान, षवांे के लिए जगह नहीं ।” रायपुर षहर की दवा की दुकानों में रेमडिसिविर व दवाआंेे के लिये लंबी कतारें लगी हुयी हैं। रायपुर के सबसे बड़े बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर अस्पताल के षव घर में नये षवोें को रखने की जगह नहीं बची है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी के बीच नक्सली हमलों में भी तेजी आ गयी हैं । दूसरा दुर्भाग्य यह है कि मुख्यमंत्री भूपेष बघेल पीएम मोदी पर बंगाल में रैलियां करने का आरोप तो खूब लगा रहे लेकिन कोरोना महामारी के संकट के आगमन के समय वह असोम मंें क्या कर रहे थे और जब नक्सली हमले में 22 जवान षहीद हो गये थे तब भी वह असोम में चुनावी रैली ही कर रहे थे।
आज अगर कोरोना पर सबसे अधिक विकृत राजनीति कोई कर रहा है तो वह हैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेष बघेल। वह हर चीज पर राजनीति कर रहे हंै। उनके पास कुछ भी नहीं हैं वह अब दूसरों की देखा -देखी वैक्सीन की कमी का रोना रो रहे, आक्सीजन की कमी का रोना रो रहे और रेमडेसिविर तथा अस्पतालों में बेड की कमी का रोना रो रहे। करना -धरना कुछ नहीं और केंद्र सरकार व बीजेपी पर केवल और केवल आरोप लगाने की ओछी राजनीति करना ही आता है कांग्रेस व उनके नेताओें को।
कांगे्रस की नेता प्रियंका गांधी आजकल यूपी के लिए बहुत सक्रिय रहती हैं। उत्तर प्रदेष सरकार को जनता के सामने बेनकाब करने के लिए हर सुबह और षाम दिनभर टिवट पर टिवट किये रहती हैं लेकिन कई बार वह स्वयं फंस जाती हैं और बेनकाब हो जाती हैं। एक दिन उन्होेंने बहुत ही घटिया टिवट किया कि यूपी सरकार अस्पतालांे की क्षमता नहीं बढ़ा रहीं अपितु ष्मषानों की क्षमता बढ़ा रही है। प्रियंका के टिवट बहुत ही गंदे और मानसिक विकृति के परिचायक होते हंै। सच्चाई से कोसो दूर होते हैं। वह योगी सरकार की छवि को तो कम खराब करते हैं लेकिन उनकी अपनी छवि जरूर रसातल में जा रही है। असल में उनका यह टिवट लगता है राजस्थान सरकार के लिए था राजस्थान सरकार ने पूरे प्रदेष में एक नया फरमान जारी किया है कि कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सरकार जो फंड अंतिम संस्कार के लिए जारी कर रही है , उससे तो मरीजों की जान बचाई जा सकती है। मुख्यमंत्री अषोक गहलौत का कहना है कि अंतिम संस्कार के लिए पूरा खर्च उठाएगी। षव को अस्पताल से ष्मषान, कब्रिस्तान ले जाने के लिए मुफ्त एंबुलेंस वाहन की सुविधा भी देगी। सरकार की सोच क्या है , क्या वह लोगों का इलाज नहीं करा सकती और उसने लोगो को मरने के लिए छोड़ दिया है। राजस्थान सरकार भी बुरी तरह से कोरोना की रोकथाम में नाकाम हो चुकी है। पूरी तरह से असफल सरकार है , वहां की जनता रो रही है। कांग्रेस षासित राज्योें का सच देष के सामने आना ही चाहिए। वहीं केवल राहुल गांधी और प्रियंका गांधी और उनके सभी सिपसलाहकरों को लग रहा है कि टिवटर पर चिड़िया उड़ाकर मोदी जी व उनकी सरकार तथा बीजेपी षासित राज्य सरकारों की छवि को धूमिल किया जा सकता है, बदनाम किया जा सकता है । टिवटर के माध्यम से राहुल गांधी केवल अपनी सरकारों की नाकामी को ही छिपा रहे हैं। कोरोना महामारी पर कांग्रेस व पिक्ष के नेता केवल और केवल गिद्ध कीराजनीति कर रहे हैं। आपदा में अपने लिए अवसर खोज रहे हैं। लेकिन अब विपक्ष स्वयं बेनकाब हो रहा है और जनता नेताओं से ऊब रही है। जनता के बीच उन नेताओं के प्रति भरोसा समाप्त हो रहा जो केवल सुबह और षाम सरकार की आलोचना करते रहते हंै ।
प्रेषक – मृत्युंजय दीक्षित
123, फतेहगंज गल्ला मंडी
लखनऊ (उप्र) -226018
फोन नं. – 9198571540

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