एक महीने से अधिक समय से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में नहीं हुआ कोई बदलाव, जानिए क्या है इसके पीछे वजह
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के एक रेंज में सीमित होने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। तेल कंपनियों ने 22 सितंबर के बाद से पेट्रोल की कीमत और 2 अक्टूबर के बाद से डीजल की कीमतों में कोई संशोधन नहीं किया है। सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आईओसी) के चेयरमैन एस एम वैद्य का कहना है कि, ”क्रूड 39 डॉलर से 42 डॉलर प्रति बैरल के बीच चल रहा है जो एक स्थिर रेंज कहा जा सकता है। इस वजह से कीमत बढ़ाने-घटाने की जरूरत नहीं पड़ी है।”
दिल्ली में पेट्रोल अभी 81.06 रुपये प्रति लीटर और डीजल 70.46 रुपये प्रति लीटर पर है। आइओसी चेयरमैन दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान कंपनी के वित्तीय परिणाम की घोषणा के दौरान मीडिया से बात कर रहे थे। इस तिमाही में कंपनी को 6,227.31 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 11 गुणा ज्यादा है। वैद्य का कहना है कि मुनाफे में यह बढोतरी इंवेट्री की वजह से हुई है।
अप्रैल से जून की तिमाही में कंपनी ने जो क्रूड सस्ती दरों पर खरीदा था उन्हें बाद में बेचने में ज्यादा मुनाफा हुआ है। इंवेट्री मुनाफा तब होता है जब कच्चे माल को सस्ती दर पर खरीदा जाए, लेकिन जब उससे निर्मित उत्पाद को बाजार में बिक्री के लिए ले जाए तो उसकी कीमत बढ़ जाए। साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपये के मजबूत होने का भी फायदा मिला है। मोटे तौर पर इस तिमाही में कंपनी को हर बैरल पर 8.62 डॉलर का मुनाफा हुआ है। वैध ने बताया कि आइओसी की रिफाइनरियां अपनी क्षमता का 94 फीसद का काम कर रही हैं और जल्द ही इसके 100 फीसद हो जाने की संभावना है।
मुंबई की बात करें, तो यहां शनिवार को पेट्रोल 87.74 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 76.86 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। वहीं, चेन्नई में पेट्रोल 84.14 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 75.95 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। इसके अलावा कोलकाता में शनिवार को पेट्रोल 82.59 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 73.99 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है।