रेलवे को दूध देने वाली गाय समझा जाता था:अश्विनी वैष्णव
नई दिल्ली: CNN-News18 के लोकप्रिय लीडरशिप कॉन्क्लेव ‘राइजिंग भारत’ 2024 के मंच से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अगले 20 सालों में भारत में रेलवे का अलग स्वरूप दिखेगा. उन्होंने कहा कि बीते दस सालों में 30 हजार किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बने. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने न्यूज18 के सम्मेनल ‘राइजिंग भारत’ में मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार के 10 सालों में रेलवे में प्रैक्टली करीब-करीब सभी राज्य सौ फीसदी इलेक्ट्रीफाई हो गए. 40 हजार किलोमीटर रेलवे का इलेक्ट्रीफिकेशन हुआ. 60 वर्षों में 20 हजार और 10 सालों में 40 हजार. करीब-करीब 30 हजार नए रेलवे ट्रैक बने. जितना जर्मनी का रेलवे ट्रैक है, उतना भारत में जुड़ा.
केंद्रीय मंत्री ने राइजिंग भारत के मंच से कहा कि पिछले साल पांच हजार किलोमीटर रेलवे ट्रैक जुड़े थे. इस बार भी पांच हजार से अधिक रेलवे ट्रैक अब तक जुड़ चुके हैं. नए जेनरेशन की वंदे भारत की ट्रेन आई. आज वंदे भारत ट्रेन में मिडिल क्लास और एसपिरेशनल यूथ को ऐसा अनुभव मिल रहा है जो दुनिया की बेस्ट रेलवे सिस्टम मिलता है. नमो भारत ट्रेन काफी सक्सेसफुल है. अमृत भारत ट्रेन भी आ रही है. इन दस सालों में विकसित भारत बनाने के लिए नींव बनी है.
अश्विनी वैष्णव ने पिछली सरकार को लेकर कहा कि 2014 से पहले रेलवे को एक दूध देने वाली गाय के बराबर में समझा जाता था. ऐसी स्थिति थी कि रेलवे मंत्री केवल किसी गाड़ी के स्टॉपेज, एक्सेंटशन या नई गाड़ी के अनाउंसमेंट पर ध्यान देते थे. पटरियों की कैपेसिटी है या नहीं, उसकी कोई चिंता नहीं होती थी. इस तरह रेलवे का प्रशासन चला रहे थे, तब के रेलवे मंत्री और तब की सरकारे. उनके लिए रेलवे फोकस नहीं था,
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने बुलेट ट्रेन को लेकर भी जानकारी दी. राइजिंग भारत मंच से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन 2026 में बनकर तैयार हो जाएगी और यह सूरत से एक सेक्शन में चलेगी.