अब किस बात पर ममता और BJP में ठनी?
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पश्चिम बंगाल में एक बार फिर ममता बनर्जी की टीएमसी और भाजपा में ठन गई है. एनआईए टीम को लेकर अब टीएमसी और भाजपा आमने-सामने है. एक ओर जहां टीएमसी ने एनआईए पर एफआईआर दर्ज करवाई है, वहीं दूसरी ओर एनआईए का कहना है कि भीड़ ने उसकी टीम पर हमला किया है. टीएमसी का आरोप है कि आचार संहिता के दौरान भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है. यही वजह है कि अब शिकायत लेकर टीएमसी चुनाव आयोग के पास जा रही है. टीएमसी का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मुलाकात करने के लिए आज यानी सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना हो रहा है
टीएमसी प्रतिनिधिमंडल में शामिल तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन ने कहा पिछले सप्ताह दो बार हममें से चार लोग चुनाव आयोग गए. आदर्श आचार संहिता के दौरान भाजपा सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. समान स्तर पर चुनाव आयोग को देखना चाहिए. इलेक्शन कमीशन ने कहा था कि हम संज्ञान लेंगे लेकिन इन्होने कुछ नहीं किया. दो साल तक एनआईए सो रहा था क्या?
टीएमसी का 10 सदस्यीय डेलिगेशन आज चुनाव आयोग से मिलेगा.
1. डेरेक ओ’ब्रायन
2. मोहम्मद नदीमुल हक
3. डोला सेना
4. साकेत गोखले
5. सागरिका घोष
6. विवेक गुप्ता
7. अर्पिता घोष
8. शान्तनु सेना
9. अबीर रंजन बिश्वास
10. सुदीप राहा
दरअसल, टीएमसी यानी तृणमूल कांग्रेस के गिरफ्तार नेता मनोब्रत जना की पत्नी ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अधिकारियों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कराई है. मोनी जना ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने जांच के बहाने भूपतिनगर स्थित उनके आवास में जबरन घुसकर उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की.
एनआईए ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर जिले में 2022 में हुए विस्फोट के मामले में दो प्रमुख साजिशकर्ता मनोब्रत जना और बलाई चरण मेइती को गिरफ्तार किया था. विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि टीएमसी नेता की पत्नी ने भूपतिनगर पुलिस थाने में दायर कराई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि एनआईए के अधिकारियों ने शनिवार सुबह छापेमारी के दौरान उनके आवास पर तोड़फोड़ भी की.
उन्होंने बताया, ‘एनआईए अधिकारियों पर मारपीट करने का आरोप लगाने संबंधी एक महिला की शिकायत मिलने के बाद हमने प्राथमिकी दर्ज की है. हम शिकायत पर गौर कर रहे हैं.’ पुलिस अधिकारी ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला करना) शिकायत में जोड़ी गई है.
बता दें कि मेदिनीपुर जिले में 2022 में हुए एक विस्फोट के मामले में दो प्रमुख साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करने गई एनआईए की एक टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने एजेंसी के अधिकारियों पर भूपतिनगर में ग्रामीणों पर हमला करने का आरोप लगाया. एनआईए ने कहा कि भूपतिनगर में हुए हमले में उसका एक अधिकारी घायल हो गया और एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ था.