महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ: रिजल्ट न आने से दाखिले की दौड़ से 250 अभ्यर्थी बाहर
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में विभिन्न पाठ्यक्रमों के करीब 250 अभ्यर्थी दाखिले की दौड़ से बाहर हो गए हैं। इसमें अधिकतर पीजी और पीजी डिप्लोमा कोर्स के आवेदक हैं। इन अभ्यर्थियों का अंतिम वर्ष का रिजल्ट नहीं आया है।
काशी विद्यापीठ में बीते दो दिनों में 21 पाठ्यक्रमों की मेरिट घोषित की गई है। इससे पहले इन पाठ्यक्रमों में सीट से तीन गुना छात्रों को डॉक्यूमेंट अपलोड करने का मौका दिया गया था। इसमें से करीब 250 अभ्यर्थी ऐसे हैं जो क्वालीफाई करते हुए भी दाखिले से वंचित हो गए। इन्हें अंतिम मेरिट सूची में नहीं शामिल किया गया है। रिजल्ट न आने से ये अंतिम वर्ष की परीक्षा का परिणाम अपलोड नहीं कर सके हैं। मेरिट घोषित होने के बाद ये अभ्यर्थी फिर सक्रिय हो गए हैं। उनका कहना है कि उन्हें मौका दिया जाए। कुछ छात्रों ने प्रोविजनल एडमिशन देने की मांग की है। इसमें अधिकतर छात्र दूसरे विश्वविद्यालयों और दूसरे राज्यों के हैं। मगर विश्वविद्यालय प्रशासन इसके लिए तैयार नहीं है। प्रशासन का कहना है कि इससे विसंगति हो जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया बाधित होगी।
कई छात्र ऐसे हैं जिन्होंने पुराना जाति प्रमाणपत्र अर्थात 2017 के पहले का प्रमाणपत्र लगाया है। उन्हें सामान्य वर्ग में शामिल माना जाएगा। कुलसचिव डा.साहब लाल मौर्य का कहना है कि काउंसिलिंग से पहले ही यह स्पष्ट कर दिया गया था कि अंतिम परीक्षा का रिजल्ट होना जरूरी है।