23 November, 2024 (Saturday)

पुलवामा में वर्ष 2019 में हुए आतंकी हमले और उसके बाद की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सवाल उठाया

हैदराबाद. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में वर्ष 2019 में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने सवाल उठाया है. गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले में एक काफिले में जा रहे भारतीय सेना के 40 जवान शहीद हो गए थे.

रेवंत रेड्डी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार ने आज तक पुलवामा हमले का खुलासा नहीं किया. उन्होंने सरकार से पूछा कि इस हमले के पीछे किसका हाथ था, हमले में इस्तेमाल विस्फोटक कहां से आया, इसकी जांच क्यों नहीं की गई.

रेवंत रेड्डी ने सवाल किया कि आखिर सरकार की खुफिया एजेंसियां क्या कर रही थीं. इस हमले को क्यों नहीं रोका गया. कांग्रेस नेता ने पूछा कि सरकार ने अब तक मामले की जांच कराकर हमले को रोकने में विफल रहे लोगों को कटघरे में क्यों नहीं खड़ा किया. उन्होंने कहा कि यह सवाल आज भी मुंह बाए खड़ा है कि इस हमले का जिम्मेदार कौन है.

बीजेपी ने किया पलटवार
रेंवत रेड्डी ने पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर भी संदेह जताया. उन्होंने कहा कि भगवान जानें, सर्जिकल स्ट्राइक हुआ भी या नहीं

रेवंत रेड्डी की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता बंदी संजय कुमार ने पूछा कि तेलंगाना के सीएम सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश क्यों कर रहे हैं. बंदी ने एक्स पर लिखा, ‘एक दिन, उन्हें पाकिस्तान अखबार से प्रशंसा मिलती है. आज वह राष्ट्रीय सुरक्षा पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हैं. यह कांग्रेस जो गोकुल चैट, मक्का मस्जिद, दिलशुखनगर, हैदराबाद के लुंबिनी पार्क बम विस्फोटों के लिए जिम्मेदार है, उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में बोलने वाली आखिरी पार्टी होनी चाहिए. देर-सवेर कांग्रेस कह सकती है, ये धमाके हुए ही नहीं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है और मुझे उम्मीद नहीं थी कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री सस्ते राजनीतिक लाभ के लिए भारतीय सेना के बलिदान पर सवाल उठाएंगे.

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *