पाकिस्तान में मौत पर सियासत, नवाज शरीफ की मां के शव को लंदन से लाहौर लाने की तैयारी
पाकिस्तान के सूचना मंत्री शिबली फराज ने मंगलवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) की मां बेगम शमीम अख्तर (Begum Shamim Akhtar) के अंतिम संस्कार में शरीक होने के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है। पाकिस्तान सरकार की ओर यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है, जब पाकिस्तान मुस्लिम मुस्लिम नेता व उनकी बेटी मरयम नवाज ने अपनी दादी के निधन के बाद इमरान सरकार की जमकर लताड़ लगाई थी। इसके बाद इमरान सरकार के मंत्री का बयान सामने आया है। डॉन ने बताया कि बेगम अख्तर के शव को उनके पति की कब्र के बगल में दफन के लिए उसके शरीर को लाहौर वापस लाने की व्यवस्था की गई है।
पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे नवाज
बता दें कि नवाज शरीफ की मां बेगम शमीम अख्तर का रविवार को लंदन में इंतकाल हो गया था। पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज यानी पीएमएल एन के सूत्रों ने बताया था कि 91 वर्षीय बेगम अख्तर पिछले महीने से बीमार थीं। वह इस साल फरवरी महीने में लंदन गई थीं। वह लंदन में ही नवाज शरीफ एवं अन्य परिजनों के साथ रह रही थीं। उनको लाहौर में पति की कब्र के बगल में दफ्न किए जाने की संभावना है। उधर, सोमवार को पीएमएल-एल पार्टी ने बेगम शमीम के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अध्यक्ष शहबाज और उनके बेटे हमजा के लिए कम से कम दो सप्ताह की पैरोल की मांग की थी। दोनों मली लांड्रिंग के मामले में जेल में हैं। डॉन ने बताया कि नवाज और शहबाज अक्टूबर, 2004 में अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे, क्योंकि वे जेद्दा में निर्वासन में थे और तत्कालीन सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने एक सशर्त प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।
मरयम का पिता नवाज से लंदन में रुकने का आग्रह
उधर, नवाज शरीफ की बेटी मरयम ने पिता से इलाज के दौरान लंदन में रुकने का आग्रह किया है। उन्होंने डॅान के हवाले से अपनी दादी के निधन की खबर मिलने के बाद एक ट्वीट में कहा कि मैंने मियां साहब से निवेदन किया है कि उनको वापस नहीं लौटना चाहिए। मरयम ने कहा कि इमरान सरकार क्रूर लोगों की है उनसे मानवता की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता और परिवार मुझसे संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। मेरी दादी की मौत की सूचना देने के लिए कोई सरकार की ओर से कोई सूचना नहीं मिली।