दिल्ली दंगे : 20 संदिग्धों की तस्वीर आई सामने, क्राइम ब्रांच को चांदबाग हिंसा मामले में है तलाश
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली दंगों के दौरान चांद बाग हिंसा में शामिल 20 संदिग्धों की फोटो जारी की है। इसी हिंसा में कॉन्स्टेबल रतन लाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जांच से जुड़े क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान 24 फरवरी को चांदबाग में भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। इसमें डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा एवं तत्कालीन एसीपी गोकलपुरी अनुज कुमार गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। वहीं, एसीपी गोकलपुरी के स्टाफ हेड कॉन्स्टेबल की उपद्रवियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। डीसीपी अमित शर्मा के सिर में चोट लगी थी और कई माह के बाद वह ड्यूटी पर दोबारा आ सके थे।
जांच टीम ने मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज एवं बनाए गए वीडियो से फोटो निकाले हैं। पुलिस ने इनमें से 20 संदिग्धों की फोटो को जारी किया है, जिनकी गिरफ्तारी की सूचना देने का अनुरोध आम जनता से किया गया है। इस घटना में कई नकाबपोश महिलाओं का भी हाथ था, जिनकी तलाश की जा रही है।
दिल्ली दंगे में 53 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष के बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में साम्प्रदायिक दंगे भड़क गए थे।
इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे। साथ ही सरकारी और निजी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया था और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया।
इस दौरान राजस्थान के सीकर के रहने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की 24 फरवरी को गोकलपुरी में हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी और डीसीपी और एसीपी सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल गए थे। साथ ही आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने के बाद उनकी लाश नाले में फेंक दी गई थी।